उत्तराखंड : मनचाहा तबादला पाने वाले शिक्षकों पर गिरी गाज!

  • चुनाव आयोग ने चलाया चाबुक, कहा मूल स्थान भेजे जाएंगे आचार संहिता से पहले तबादले वाले शिक्षक

देहरादून। उत्तराखंड में आचार संहिता लागू होने से पहले करीब 600 से अधिक के तबादलों पर चुनाव आयोग का चाबुक चला है। इसके बाद शासन ने तबादला पाने वाले सभी शिक्षकों के ट्रांसफर रोक दिए हैं। आदेश में कहा गया है कि इस बीच यदि किसी शिक्षक व कर्मचारी ने नए तैनाती स्थलों पर पदभार ग्रहण कर लिया है तो उसे वापस अपने मूल तैनाती स्थल में जाना होगा।
गौरतलब है कि प्रदेश में आचार संहिता लगने से पहले माध्यमिक शिक्षकों के पांच और बेसिक के शिक्षकों के तीन आदेश जारी किए गए। आदेश में तैनाती के कॉलम में कुछ शिक्षकों को तीन से चार विकल्प दिए गए तो एक शिक्षिका की तैनाती में हरिद्वार और देहरादून नगर क्षेत्र का स्कूल लिखा गया। चुनाव से ठीक पहले इन तबादलों से विभाग में अफरातफरी मची थी। मीडिया में इस खबर के प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद चुनाव आयोग ने भी मनमाने तबादलों पर चाबुक चलाया।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने मुख्य सचिव से शिक्षकों एवं कर्मचारियों के तबादलों पर रिपोर्ट मांगी। जिसके बाद अब शासन की ओर से आदेश जारी किया गया है कि शिक्षकों और कर्मचारियों के तबादलों के लिए महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा को अनुमति दी गई। इस संबंध में महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा ने अपने 12 जनवरी के पत्र में शासन को बताया है कि उन्होंने शासन के इस आदेश पर आगे की कोई कार्रवाई नहीं की।
गौरतलब है कि सरकारी और अशासकीय स्कूलों के बच्चों को हर साल निशुल्क मिलने वाली पाठ्य पुस्तकों को समय पर उपलब्ध न करा पाने वाले शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने शिक्षकों के तबादलों में गजब की तेजी दिखाई है। शिक्षकों के तबादलों के लिए शिक्षा महानिदेशक को सात जनवरी को शासन से अनुमति मिलते ही महानिदेशक के आदेश के बिना 25 शिक्षकों के तबादले कर दिए। चुनाव आयोग का चाबुक चला तो अब सभी शिक्षकों को पहले वाले स्कूल में लौटने के आदेश कर दिए गए हैं।
शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने सात जनवरी को शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी को शिक्षकों के तबादलों की अनुमति दी। तबादलों के लिए शासन की अनुमति मिलने के बाद शिक्षा महानिदेशक ने आदेश पर आगे की कार्रवाई नहीं की। आठ जनवरी को चुनाव आचार संहिता लग गई। जबकि नौ जनवरी को रविवार था। इसके बावजूद माध्यमिक के 24 और बेसिक के एक शिक्षक का तबादला कर दिया गया।
सूत्रों के मुताबिक शिक्षा निदेशालय और एडी कार्यालयों में रविवार के दिन बैक डेट से कुछ शिक्षकों के तबादलों के आदेश जारी हुए। टिहरी जिले में माध्यमिक के तीन, चमोली में एक, उत्तरकाशी में तीन, नैनीताल में चार, सबसे अधिक ऊधमसिंह नगर में माध्यमिक के आठ और बेसिक के एक, पिथौरागढ़ में माध्यमिक के दो शिक्षकों को नई तैनाती के लिए कार्यमुक्त किया गया। इन जिलों से कार्यमुक्त होने के बाद ये शिक्षक नई तैनाती पर पदभार ग्रहण कर चुके हैं, लेकिन निर्वाचन की सख्ती के बाद सभी शिक्षकों शिक्षकों के तबादले स्थगित कर उन्हें अगले आदेश तक के लिए मूल तैनाती स्थल के लिए वापस कर दिया गया है।
सवाल यह है कि जब महानिदेशक ने अनुमोदन पर कार्रवाई नहीं की तो 25 शिक्षक नई तैनाती कैसे पा गए, जिससे विभागीय कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है। इस बाबत शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी का कहना है कि शासन ने शिक्षकों के तबादला आदेश की प्रति निदेशालय को भी भेजी थी। यही वजह रही कि निदेशालय स्तर से इन शिक्षकों के तबादलों के आदेश कर दिए गए। रही रविवार के दिन विभागीय कार्यालय खुलने की बात तो कई बार ऐसा होता है जब शनिवार और रविवार को भी विभागीय अधिकारी कार्यालयों में काम करने आते हैं।

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