उत्तराखंड : गांव के पास आती दावानल का मातृशक्ति ने यूं किया मुकाबला!

जोशीमठ/पीपलकोटी। यहां उर्गम घाटी के जंगलों में असामाजिक तत्वों की लगाई आग धीरे-धीरे पिलखी और भेंटा गांव के पास तक पहुंच गई। गांव के पास तक आग देख महिलाएं हरी झाड़ियों की टहनियां लेकर मौके पर पहुंचीं और जंगल की आग बुझाने में सफलता हासिल की। 
पूर्व ग्राम प्रधान लक्ष्मण सिंह नेगी ने बताया कि उर्गम घाटी में बीते गुरुवार की सुबह अचानक आग भड़क उठी। उन्होंने इसकी सूचना वन विभाग को दी, लेकिन उसने हाथ खड़े कर दिये। इस दौरान आग इतनी विकराल हो गई कि पिलखी और भेंटा गांव के पास तक पहुंच गई। यह देख गांव की महिलाएं मौके पर पहुंचीं और हरी झाड़ियों की टहनियां लेकर आग बुझाने में जुट गईं। कुछ ही देर में महिलाओं ने जंगल की आग बुझा दी।

वहीं पीपलकोटी के पास नौरख और जैसाल गांव के जंगलों में पिछले तीन दिनों से आग धधक रही है। आग चट्टानी भाग पर लगी होने के कारण वन विभाग के कर्मी आग नहीं बुझा पा रहे हैं। अलकनंदा वन प्रभाग के डीएफओ सर्वेश दुबे का कहना है कि बारिश न होने के कारण जंगलों में आग तेजी से फैल रही है। आग को काबू करने का प्रयास किया जा रहा है। इससे पहले भलसों के जंगल में आग लगने से वन संपदा को भारी नुकसान हुआ है। चार दिन पहले थालधार, तोप, जुलगढ़ के जंगल में आग लगी थी।
यह आग तोप की तरफ से शुरू होकर थालधार, जुलगढ़ के जंगल तक पहुंच गई, जिससे पशुओं का चारा जल गया। बुधवार दोपहर से भलसों के जंगल में भीषण आग की लपटें उठ रही हैं। असामाजिक तत्वों के कारण क्षेत्र के जंगल आग की जद में हैं। यह आग अब भी लगातार रंडोली व बेनीताल के जंगलों की तरफ बढ़ रही है। वनाग्नि से क्षेत्र में धुंध छाई है।

कड़ाके की ठंड के बाद भी कस्तूरी मृग वन्य विहार क्षेत्र घनधूरा (पिथौरागढ़) के जंगल चार दिनों से धधक रहे हैं। आग के कारण डीडीहाट के दर्जनों गांवों में धुंध छाई है। लगातार आग लगने से हिमालयी क्षेत्र की तलहटी पर छाई धुंध नहीं हट सकी है। वन विभाग ने आग पर काबू पाने के लिए दो टीमें क्षेत्र में भेज दी हैं। डीडीहाट के दूनाकोट क्षेत्र से लगे घनधूरा वन क्षेत्र में पिछले चार दिनों से भयंकर आग लगी है। कड़ाके की ठंड के बाद भी जंगलों में भीषण आग लगने से इस क्षेत्र में शिकारियों के सक्रिय होने की आशंका जताई जा रही है।
अस्कोट मृग वन्य विहार क्षेत्र में पड़ने वाले घनधूरा क्षेत्र के तीन से पांच अलग-अलग क्षेत्रों में आग लगी है। आग लगने से धुएं के गुबार निकल रहे हैं। सारा धुआं इस जंगल से लगे दर्जनों गांवों में फैल गया है। इससे धुएं की परत धुंध के रूप में नजर आ रही है। अस्कोट के वन रेंजर आरएस बिष्ट ने बताया कि आग पर काबू पाने के लिए दो टीमों को क्षेत्रों में भेजा गया है। एसडीएम केएन गोस्वामी ने राजस्व टीम को ऐसे लोगों को चिह्नित करने के निर्देश दिए हैं जो जंगलों में जाकर शिकार करते हैं।

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