- आज मात्र 22 मिनट सप्लाई की गई लाइट
- अंधेरे के साए में रात गुजारने को मजबूर हैं लोग
- बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई चैपट
- ग्वालदम में कुमाऊं क्षे़त्र से बिजली सप्लाई की मांग
ग्वालदम। पूरे पिंडर घाटी में 25 घंटे से अधिक समय तक बिजली गुल रही, जिस कारण लोगों को अंधेरे के साए में रहने के लिए मजबूर होना पड़ा। पिंडर घाटी में आए दिन बिजली की आंख मिचैली से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन ऊर्जा निगम इस ओर कोई ध्यान देने की जहमत नहीं उठा रहा है। रविवार दोपहर 12 गायब हुई लाइट आज सोमवार को करीब सवा एक बजे बहाल की गई। इस दौरान बैंकों में लेन-देन नहीं हो पाया। बाजारों में फोटो स्टेट की दुकानों में कामकाज ठप रहा है। दूर-दराज से आए लोगों को फोटो स्टेट नहीं होने से बैरंग अपने घरों को लौटना पड़ा। इन दिनों कोरोना महामारी के कारण स्कूल के बच्चों की ऑनलाइन कक्षाएं चल रही है। लेकिन बिजली नहीं होने की वजह से बच्चों की पढ़ाई चैपट हो गई है। 1 बजकर 15 मिनट पर लाइट सप्लाई करने के बाद 1 बजकर 37 मिनट पर फिर से लाइट गायब हो गई। मात्र 22 मिनट तक लाइट देने के बाद फिर से बंद कर दी है।
ग्वालदम के प्रधान हीरा सिंह बोरा, हरेंद्र परिहार, भगवान सिंह रावत, गुलाब सिंह रावत ने बताया कि पहले ग्वालदम में कुमाऊं क्षेत्र से लाइट सप्लाई की जाती थी। लेकिन पिछले दो साल से गढ़वाल क्षेत्र से लाइट सप्लाई की जा रही है। लेकिन यहां आए दिन फाॅल्ड आने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने फिर से कुमाऊं क्षेत्र से बिजली सप्लाई करने की मांग की है।