हम नहीं सुधरेंगे
- कोरोना काल में लोगों की मदद करने बजाय हनक के चलते खींच रहे हैं एक दूसरे की टांग
- बेवजह के विवादों से सरकार और भाजपा संगठन असहज, विवादों से बचने के दिए निर्देश
देहरादून। एक ओर कोरोना के कहर के चलते देवभूमि में हाहाकार मचा है तो दूसरी ओर सत्तारूढ़ भाजपा के मंत्रियों और विधायकों की हनक के चलते आपसी तकरार और टांग खिंचाई से पार्टी की किरकिरी हो रही है। पार्टी नेताओं के इस आचरण से संगठन और सरकार दोनों असहज हैं। हालांकि इस मामले को लेकर संगठन की ओर से पार्टी के सभी नेताओं व विधायकों को विवादों से बचने और कोविड 19 महामारी की रोकथाम के अभियान में जुटने के निर्देश दिए गए हैं।
सूत्रों के अनुसार पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के एक-दूसरे पर बयानी तीर छोड़ने और सार्वजनिक रूप से टांग खिंचाई के मामले को संगठन ने बेहद गंभीरता से लिया है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने भी मंत्रियों व विधायकों से इस संबंध में बात की और संयम बरतने की सलाह दी है।
हालांकि भाजपा के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम ने पार्टी नेताओं और विधायकों को हिदायत दी थी कि वे कोविड काल में जनता के साथ खड़े हों और उनकी स्वास्थ्य, राशन और अन्य सुविधाओं के लिए मदद करें। लेकिन पार्टी के कुछ नेताओं पर इसका असर पड़ता नहीं दिख रहा है। श्रेय लेने की होड़ में नेता आपस में ही भिड़ रहे हैं।
इस बाबत भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि जो भी विवाद हुए हैं, पार्टी ने उनका संज्ञान लिया है। पार्टी पदाधिकारियों, विधायकों व कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए गए हैं कि ऐसा आचरण न करें जिससे विवाद की स्थिति उत्पन्न हो। सभी कोरोना काल में सेवा कार्यों पर फोकस करें।
भाजपा नेताओं के ये बयान रहे चर्चाओं में
1. तीरथ सरकार जब लॉकडाउन लगाने से हिचक रही है। ऐसे में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह ने लॉकडाउन लगाए जाने का खुलकर समर्थन किया। उन्होंने अलग स्वास्थ्य मंत्री भी बनाए जाने की मांग कर मुख्यमंत्री को दुविधा में डाला।
2. कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कोरोना की पहली लहर में त्रिवेंद्र सरकार के स्तर पर ढील बरतने की बात कहकर विवादों को हवा दे दी। इसे तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर निशाने के तौर पर देखा गया।
3. पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पलटवार कर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी को अनुभवहीन नेता बता दिया। साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य मंत्रालय मुख्यमंत्री के पास होने का समर्थन किया। इसे हरक के बयान की काट के तौर पर देखा गया।
4. कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी का बचाव किया और अनुभवी नेता बताया। साथ ही उन्होंने भी कह दिया कि पहली लहर में त्रिवेंद्र सरकार से चूक हो गई।
5. रायपुर में कोविड केयर सेंटर में विधायक उमेश शर्मा काऊ और कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी आईसीयू एक-दूसरे की बात काटते नजर आए। मंत्री ने कहा कि वहां आईसीयू नहीं है। विधायक ने कहा कि 30 आईसीयू तैयार हैं। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। जिस पर लोगों की प्रतिक्रियायें भी सामने आईं हैं। जिसके बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने दोनों को संयम बरतने को कहा है।