खटीमा। यहां हल्दी घेरा स्थायी चेकपोस्ट से महज 50 मीटर की दूरी पर देवहा नदी में एक महिला और चुन्नी के सहारे उसके हाथ से बंधे दो बच्चियों के शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। मृतकों की शिनाख्त इस्लामनगर निवासी सिम्मी (35) और उसकी बेटियों अजना (8) एवं फलक (10) के रूप में हुई है। पुलिस की प्रारंभिक पड़ताल में घटना का कारण पारिवारिक कलह बताया जा रहा है।
रविवार को हल्दी घेरा गांव के प्रधान के पति गुरप्रीत सिंह खिंडा ने सबसे पहले शवों को नदी में उतराते देखा। सूचना पर सीओ मनोज कुमार ठाकुर पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और तीनों शवों को नदी से बाहर निकलवाया। देर शाम शवों की शिनाख्त वार्ड नंबर दो इस्लामनगर के इरफान की पत्नी 35 वर्षीय सिम्मी और दो बेटियां अजना और फलक के रूप में हुई।
पुलिस के अनुसार सिम्मी के बेटे फरमान ने अपने दादा मो. मुस्ताक को बताया कि शनिवार की रात पिता ने मां के साथ मारपीट की थी। मृतका के भाई अशफाक ने बताया कि सिम्मी की शादी को 12 साल से अधिक हो चुके हैं। पति इरफान अकसर शराब पीकर पत्नी और बच्चों से मारपीट करता था। शनिवार देर रात भी इरफान ने सिम्मी और बच्चों को मारा पीटा था और घर से निकाल दिया था। यह बात रविवार को सुबह सिम्मी के बड़े बेटे फरमान ने बताई। पति-पत्नी में आए दिन लड़ाई होती रहती थी और सिम्मी बच्चों को लेकर रिश्तेदारों या माता- पिता के घर आ जाती थी। एसएसपी डीएस कुंवर ने बताया कि मृतका के पिता से पूछताछ की गई है। उसने अपनी पुत्री के पति पर आए दिन मारपीट करने का आरोप लगाया है। मामले की जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मामले का खुलासा किया जाएगा।