उत्तराखंड : पहाड़ी दरकने से मलबे में दबे दून निवासी युवक सहित तीन की मौत

  • लगातार तीन दिन से हो रही बारिश के बाद पहाड़ों में भूस्खलन का बढ़ा खतरा
  • लिपुलेख मोटर मार्ग पर गर्बाधार में मलबा आने से 300 मीटर गहरी खाई में गिरा था ट्राला

धारचूला (पिथौरागढ़)। जिले में आज रविवार को घटियाबगड़ लिपुलेख मोटर मार्ग पर गर्बाधार में पहाड़ी दरकने से मलबे में दबकर तीन लोगों की मौत हो गई।
मिली जानकारी के अनुसार बीआरओ के अंतर्गत कार्यदायी  कंपनी की ओर से लिपुलेख मोटर मार्ग पर निर्माण कार्य किया जा रहा है। आज रविवार सुबह करीब नौ बजे एक ट्राला ऑटोमैटिक ड्रिल मशीन लेकर जा रहा था। इसी दौरान अचानक पहाड़ी दरकने से रास्ते पर भारी मात्रा में बोल्डर और मलबा आ गिरा। गिर गया। ट्राले के साथ मलबा भी खाई में गिर गया, जिससे मजदूर उसके नीचे दब गए।
इस दौरान हादसे में देहरादून निवासी 23 वर्षीय ऑपरेटर स्टेनजिंग, नेपाल के दार्चुला निवासी 21 वर्षीय हेल्पर तारा सिंह और बुंगबुंग सिमखोला निवासी 28 वर्षीय हेल्पर भवान सिंह भंडारी की मौके पर दर्दनाक मौत हो गई। वहीं, कंपनी की करीब ढाई करोड़ की ऑटोमैटिक ड्रिलिंग मशीन भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। 
उधर दारमा घाटी में दर गांव से  दुग्तु तक सड़क पर कई जगह बोल्डर आने से सड़क बंद हो गई है। व्यास घाटी में बीआरओ ने शनिवार को मौसम साफ होने के बाद तवाघाट से मालपा के बीच बंद सड़क को खोलने का कार्य शुरू दिया था। चीन सीमा में गुंजी से कालापानी और गुंजी से कुटी सड़क में बर्फबारी से मलबा और बोल्डर आने से बंद सड़क को भी खोलने का कार्य बीआरओ ने शुरू कर दिया है। मुनस्यारी-जौलजीबी सड़क मार्ग पर बीआरओ की ओर से बनाया गया बेली ब्रिज के अबेटमेंट की दीवार गिरने से पुल खतरे में आ गया है।
टनकपुर-तवाघाट एनएच पर चुपकोट बैंड के पास भारी मलबा आने से सड़क बंद हो गई। इससे तीन सौ से ज्यादा छोटे बड़े वाहन फंस गए। तीन दिन लगातार हुई बारिश के कारण कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग भी भूस्खलन के कारण बंद हो गया है।  इधर भारतोली के पास सड़क के बंद होने से सीमांत जनपद पिथौरागढ़ को आने वाले वाहन हल्द्वानी-अल्मोड़ा सड़क से सीमांत जनपद को आ रहे हैं, लेकिन चुपकोट के पास सड़क बंद होने के कारण वह पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय नहीं पहुंच पाए। 

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