सब गोलमाल है
- पूर्ति विभाग के सर्वे में पकड़ में आए एक हजार सफेद राशन कार्ड
- अपात्रों के पास मिले 100 से अधिक गुलाबी कार्ड, निरस्तीकरण शुरू
रुद्रपुर। गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों के हिस्से का राशन जिले में सरकारी कर्मचारी खा रहे थे। यह खुलासा पूर्ति विभाग की ओर से कराए गए सर्वे में एक हजार ऐसे सफेद कार्ड पकड़ में आने के बाद हुआ है। इन तमाम सफेद कार्डों का राशन सरकारी कर्मचारी चट कर रहे थे। साथ ही 100 से अधिक गुलाबी कार्ड भी अपात्रों के पास मिले हैं। पूर्ति विभाग ने कार्डों के निरस्तीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सर्वे अभी जारी है, ऐसे में इनकी संख्या और बढ़ सकती है।
मामला ऊधमसिंह नगर जिले का है जहां गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों के सफेद कार्ड सरकारी कारिंदों और अन्य संपन्न लोगों के पास होने की शिकायत लंबे समय से मिल रही थी।
ऐसे में इस बाबत सर्वे शुरू किया गया। फिलहाल आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने क्षेत्र के राशन कार्ड का सर्वे कर रहीं हैं, जिसमें अभी तक करीब एक हजार से ज्यादा ऐसे कार्ड पकड़ में आए हैं, जिनका इस्तेमाल सरकारी नौकरी करने वाले कर रहे थे, जबकि गरीब जनता का आरोप है कि उन्हें पीले कार्ड जारी किए गए हैं। बार-बार शिकायत के बावजूद उन्हें सफेद कार्ड नहीं दिए जा रहे थे। पूरे जिले में सर्वे का कार्य अभी चल रहा है।
पूर्ति विभाग के एक अधिकारी का कहना है कि एक हजार कार्ड अमीरों के पास थे, जिनमें ज्यादातर सरकारी कर्मचारी शामिल हैं। वहीं जिला पूर्ति अधिकारी तेजबल सिंह का कहना है कि जिन अपात्रों के पास सफेद राशन कार्ड हैं, वे खुद ही इसे पूर्ति विभाग में जमा कर दें, जिससे पात्र लोगों को इसका लाभ दिया जा सके। डीएसओ का कहना है कि यह आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। सर्वे पूर्ण होने के बाद ही सही आंकड़ा पता लग पाएगा। अपात्रों के कार्ड निरस्त कर नए कार्ड जारी किए जा रहे हैं।