जल्द उत्तराखंड के सरकारी स्कूलों के बच्चे ड्रोन बनाना सीखेंगे

  • शिक्षा विभाग ने अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन के साथ किया एमओयू
  • प्रथम चरण में प्रदेश के पांच जिलों के 130 विद्यार्थियों का हुआ चयन

देहरादून। जल्द ही उत्तराखंड के सरकारी विद्यालयों के मेधावी बच्चे ड्रोन बनाना सीखेंगे। प्रदेश सरकार का मकसद सरकारी विद्यालयों के होनहार छात्र-छात्राओं में वैज्ञानिक सोच विकसित करना है। शिक्षा विभाग ने समग्र शिक्षा अभियान के तहत अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन के साथ एमओयू किया है। यह संस्था सरकारी विद्यालयों में आठवीं और नौवीं कक्षा में पढ़ रहे होनहारों को ड्रोन बनाना और उड़ाना सिखाएगी। इन बच्चों को पिको यानी छोटे सेटेलाइट बनाना और उसे लांच करना भी सिखाया जाएगा। प्रथम चरण में प्रदेश के पांच जिलों में 130 विद्यालयों से एक-एक छात्र का चयन किया गया है। देहरादून से 26, हरिद्वार से 14, अल्मोड़ा, पौड़ी और ऊधमसिंह नगर से 30-30 बच्चों का चयन किया गया है। अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन की ओर से साइंस टेक्नोलाजी इंजीनियरिंग मैथ्स (स्टेम) कार्यक्रम के तहत छात्र-छात्राओं को आधुनिक शिक्षा दी जा रही है। इसमें आठवीं एवं नौवीं कक्षा के बच्चों को ड्रोन व मिनी सेटेलाइट बनाने और उसके इस्तेमाल का प्रशिक्षण दिया जाता है। इसके अलावा बच्चों को कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई कराई जाती है और उनके व्यक्तित्व को निखारने के लिए विभिन्न आयोजन किए जाते हैं।
इस कार्यक्रम के लिए छात्रों का चयन परीक्षा और उनकी जिज्ञासा के आधार पर किया गया। जो छात्र कार्यक्रम में शामिल होना चाहते थे, उन्हें फाउंडेशन ने अंतरिक्ष विज्ञान, ड्रोन, सेटेलाइट समेत अन्य विषयों की पढ़ाई कराई। इसके बाद आनलाइन परीक्षा आयोजित कर प्रत्येक स्कूल से एक छात्र का चयन किया गया। अब इन छात्रों को ड्रोन व मिनी सेटेलाइट बनाने के साथ उसे लांच करने का तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here