देहरादून। यहां रात-रातभर घर से गायब रहने वाली बहन को उसके भाइयों ने मौत के घाट उतार दिया। दूसरी जाति के युवक के प्यार में पागल युवती से नाराज भाइयों ने उसे बिहार से देहरादून लाकर हत्या कर दी। घटना के करीब डेढ़ माह बाद पुलिस ने युवती के दो सगे भाई और भाभी को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के अनुसार बीते 13 अक्टूबर को रायपुर में ग्राम सौडा सरौली के जंगलों में एक महिला का शव पड़ा हुआ मिला था। शव करीब एक से डेढ़ माह पुराना लग रहा था तथा काफी सड़ी- गली अवस्था में था।
शव की पहचान के लिए पुलिस ने युवती की फोटो सोशल मीडिया और अखबारों ने दी। जिसके बाद 20 अक्टूबर को मुनटुन भगत निवासी राजीव नगर रिस्पना पुल ने थाने पर आकर उक्त महिला की शिनाख्त अपनी साली रीना के रूप में की। मृतका की पहचान रीना पुत्री प्रभु भगत निवासी कोटवा जिला मोतीहारी, बिहार हाल निवासी राजीव नगर, रिस्पना पुल थाना नेहरू कॉलोनी के रूप में की गई। उसने पुलिस को बताया कि रीना अक्टूबर में बिहार से देहरादून आई थी। वह यहां पर अपने भाई सुभाष, संदीप व सुभाष की पत्नी फूल कुमारी के साथ रहती थी। मुनटुन ने पुलिस को बताया कि सुभाष से उसकी गत छह नवंबर को बात हुई थी। उसने बताया था कि रीना तो बिहार चली गई है। जब उसने फोटो देखा तो मुनटुन ने रीना के घर पर पता किया। बताया गया कि रीना नहीं बल्कि संदीप (रीना का भाई) अकेले ही घर पहुंचा है। उन्होंने भी यह सोच लिया कि रीना अपने भाई के साथ देहरादून में ही है।
पुलिस पूछताछ में संदीप ने बताया कि विगत छह नवंबर को देहरादून में अपने बड़े भाई सुभाष भगत व भाभी फूलकुमारी के साथ मिलकर रीना की हत्या कर दी थी। इसके बाद पुलिस संदीप भगत को गिरफ्तार कर देहरादून लाई। जबकि सुभाष भगत व फूलकुमारी को 23 दिसंबर को देहरादून से गिरफ्तार किया गया।पूछताछ में संदीप ने जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि बताया कि रीना (18) उनके कहने-सुनने में नहीं थी और घर से रात-रातभर गायब रहती थी, जिस कारण उनकी गांव में काफी बेइज्जती हो रही थी। साथ ही वह गांव के ही छोटी जाति के लड़के के साथ घूमती थी। मना करने पर भी वह नहीं मानी और उसी लड़के के साथ शादी करने की जिद लगाए बैठी थी। जिस कारण गांव में बिरादरी समाज द्वारा उन्हें बेदखल करने की धमकी दी जा रही थी।
रीना की इन्हीं हरकतों से तंग आकर छह नवंबर को संदीप अपने भाई सुभाष व भाभी फूलकुमारी के साथ रीना को घुमाने के बहाने से सौडा सरौली के जंगलों में ले गया। जहां मौका पाकर सुभाष ने उसका गला दबाया और संदीप तथा फूलकुमारी ने उसके हाथ पैर पकडे़। रीना के शव को वहीं जंगल में पत्थरों से दबा दिया। रीना की हत्या करने के बाद संदीप उसी दिन ट्रेन से बिहार चला गया और सुभाष व फूलकुमारी राजीव नगर में अपने किराए के कमरे पर आ गए। देहरादून में रहने वाले परिचितों को सुभाष और फूलकुमारी ने बताया कि संदीप और रीना बिहार चले गए हैं, इसी तरह गांव में लोगों को संदीप ने बताया कि रीना देहरादून में ही रह रही है, लेकिन मुनटुन ने उनके इस खेल का पर्दाफाश कर दिया।