- नारायणबगड़ के पास भूस्खलन से ढह गए थे 6 पोल
- कड़ी मशक्कत के बाद मंगलवार रात 11 बजे हो सकी बिजली सप्लाई
- ग्वालदम के लोगों ने फिर से कुमायूं मंडल से बिजली देने की रखी मांग
ग्वालदम। तीन दिन-तीन रात तक हुई आफत की बारिश ने करीब चार दिन तक पूरे पिंडर घाटी को अंधेरे के छाए में रखा। यानी करीब 103 घंटे तक क्षेत्र में बिजली गुल रही। इस दौरान चार दिन तक बच्चों की आॅनलाइन पढ़ाई ठप रही। बाजार में फोटो स्टेट दुकानें और बैंकों में काम ठप रहा। जानकारी अनुसार मूसलाधार बारिश से नारायणबगड़ में करीब पांच-छह पोल भूस्खलन से ढह गए थे। लेकिन विद्युत निगम ने कड़ी मशक्कत के बाद मंगलवार रात करीब 11 बजे बिजली सप्लाई कर दी है। लेकिन अभी भी बिजली की आंख मिचैली जारी है। देवाल, थराली, ग्वालदम और नारायणबगड़ में बिजली नहीं होने से अंधेरे के साए में लोगों को रात गुजारनी पड़ी। आए दिन बिजली की आंख मिचैली से परेशान ग्वालदम क्षेत्र के लोगों ने कुमायूं मंडल से बिजली सप्लाई करने की मांग की है। क्षेत्रवासी आलम शाह, नरेंद्र गड़िया, गुलाब सिंह रावत, भगवत सिंह रावत, बलवीर परिहार आदि ने बताया कि करीब डेढ़ साल पहले तक ग्वालदम में कुमायूं मंडल से बिजली सप्लाई की जाती थी। तब यहां बिजली की आंख मिचैली की कोई परेशानी नहीं थी। जबसे गढ़वाल मंडल से बिजली सप्लाई की जा रही है। तब से यहां बिजली की आंख मिचैली की दिक्कत हो रही है। जब बड़ा फाॅल्ट होता है तब भी परेशानी है। जब बिजली की लाइन ठीक रहती है। तब भी बिजली की अघोषित कटौती से परेशानी का सामना करना पड़ता है।