उत्तराखंड : मौत बनकर बरसे बादल, अब तक 54 लोग हुए शिकार, 3 लापता !

देहरादून। देवभूमि में बीते सोमवार और मंगलवार को बादल काल बनकर बरसे। भूस्खलन, मकान ढहने, पानी में करंट आदि कारणों से 54 लोगों की मौत हो गई। आज बुधवार को नैनीताल में मलबे से चार और शव बरामद हुए हैं। आज बुधवार को नैनीताल और चंपावत में मलबे से चार-चार शव बरामद हुए हैं। जिसके बाद अब आई आपदा में मृतकों की संख्या 54 हो गई है। अभी भी राहत-बचाव कार्य जारी है। 
मंगलवार की देर रात करीब 9 बजे भारी बारिश के के साथ आए मलबे की चपेट में आने से चंपावत के लोहाघाट ब्लॉक के नेपाल सीमा से लगे सुल्ला गांव के एक ही परिवार के चार लोग मलबे में दब गए थे। रेस्क्यू टीम ने चारों के शव बुधवार शाम को बरामद कर लिए हैं। मृतकों की पहचान कैलाश सिंह (32) पुत्र कुंवर सिंह, चंचला देवी (28) पत्नी कैलाश सिंह, रोहित सिंह (12) और  भुवन सिंह (8) पुत्र कैलाश सिंह के रूप में हुई है। नैनीताल जिले में कैंची धाम के पास घर में दबी हुई रिचा (21) व अभिषेक (18) के शव निकाल लिए गए हैं। वहीं बोहरा कोट रामगढ़ में भी दो व्यक्ति संभू दत्त डालाकोटी (70) और बसंत डालाकोटी (59) के शवों को मलबे से निकाल लिया गया है। इनके अलावा 7 लोग लापता बताये जा रहे हैं और 10 लोग घायल हैं।
गढ़वाल में मौसम साफ होने से बंद मार्गों को खोलकर चारधाम यात्रियों व अन्य फंसे लोगों को निकालने का काम दिन भर चलता रहा। कुमाऊं में प्रलयंकारी बारिश ने सोमवार रात और मंगलवार को भारी तबाही मचाई। नैनीताल जिले में सबसे अधिक 33 लोगों की मौत हुई है। इनमें तोषापानी (धारी तहसील) में पांच, चौकुटा में छह, सकूना (रामगढ़) में नौ, कैंची में दो, बोहराकोट (रामगढ़) में दो, क्वारब में दो और रामगढ़ में एक और नैनीताल में एक व्यक्ति की मौत हो गई।

अल्मोड़ा जिले में आपदा की भेंट चढ़े छह लोगों में तीन लोग रापड़ गांव के एक ही परिवार के थे। इनकी पहचान पूर्व पत्रकार आनंद नेगी और उनके परिवार के दो अन्य सदस्यों के रूप में हुई है। चितई की एक महिला और अल्मोड़ा के एनटीडी क्षेत्र की एक युवती की भी मलबे में दबने से मौत हो गई। स्याल्दे में भी एक महिला की मलबे में दबने से मृत्यु हुई है। चंपावत के तेलवाड़ में भूस्खलन की चपेट में आने तीन और पाटी में एक महिला की जान चली गई।
पिथौरागढ़ जिले के गंगोलीहाट में पहाड़ी से गिरे पत्थर की चपेट में आने से बिहार निवासी एक मजदूर की मौत हो गई जबकि दो घायल हो गए। रुद्रपुर (ऊधमसिंह नगर) में रामपुर के विधायक कमलेश शुक्ला की पुत्रवधू की बारिश के दौरान करंट लगने से मौत हो गई। वहीं, बाजपुर में सोमवार को बहे किसान का शव बरामद कर लिया गया है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंगलवार शाम रुद्रपुर क्षेत्र में जलभराव से हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने प्रभावितों को हरसंभव मदद का भरोसा दिया। कहा कि आपदा में जान गंवाने वालों के परिजनों को चार लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी। पीएम मोदी ने प्रदेश में आपदा के दौरान जान गंवाने वाले लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया है। 
धामी ने कहा कि आपदा में भारी नुकसान हो गया। मैं आपदा वाले इलाकों का दौरा कर रहा हूं। सरकार प्रभावितों की हर संभव सहायता कर रही है। जहां कुछ यात्री फंसे हैं, उन्हें सुरक्षित निकालने का प्रयास कर रहे हैं। सभी रास्ते खोलने के निर्देश दिए गए हैं। प्रधानमंत्री भी हादसे को लेकर चिंतित हैं। वायुसेना से तीन हेलीकॉप्टरों की मांग की थी। वे भी आ गए हैं। जानमाल की काफी क्षति हुई है। भारी बारिश के चलते हुए भूस्खलन और मलबे से नैनीताल जिले में 15, पिथौरागढ़ जिले में 28, चंपावत में 14, अल्मोड़ा में 22, बागेश्वर में 10 सड़कें बंद हैं।

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