चमोली/देहरादून। आज गुरुवार को मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु चमोली में गोविंद घाट पहुंचे। इसके बाद उन्होंने हेमकुंड साहिब एवं घांघरिया का हवाई निरीक्षण किया। फिर गोविंद घाट से पुलना सड़क और पैदल मार्ग पर चल रहे कार्यो का निरीक्षण किया। उन्होंने आपदा के कारण क्षतिग्रस्त पड़ी गोविंद घाट से पुलना जाने वाली सड़क को यात्रा से पहले सुचारु कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने गोविंदघाट गुरुद्वारा में पीडब्ल्यूडी, बीआरओ, पीएमजीएसवाई, जल संस्थान तथा वन विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। जिसमें उन्होंने यात्रा शुरू होने से पहले कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने पेयजल, विद्युत की लाइनों को जल्द से जल्द से सुचारू करने के निर्देश दिए। बीआरओ की सड़क पर हो रहे कटान को लेकर देहरादून में अधिकारियों के साथ बैठक करने को कहा। वहीं पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को मौके पर जाकर निरीक्षण करने के निर्देश दिए कहा कि जिन जगहों पर सड़क क्षतिग्रस्त हुई है उसको सुचारु किया जाए और कहा कि जिन कार्यो में देरी होने की संभावना है उन्हें तत्काल शुरू करने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने बदरीनाथ पहुंचकर मास्टर प्लान के तहत किए जा रहे कार्यो का निरीक्षण किया तथा बीआरओ गेस्ट हाउस में कार्यों के प्रगति की समीक्षा की। संबंधित अधिकारियों ने उन्हें कार्यों की ताजा स्थिति के बारे में अवगत कराया। उन्होंने कहा कि जहां पर कार्यों में व्यवधान हो रहा है तुरन्त जिलाधिकारी से मिलकर कार्य को पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। कार्यदायी संस्थाओं को कार्यो को समयबद्धता के साथ पूरा करने के साथ टाइमलाइन देने के निर्देश दिए।
डॉ. संधु ने कहा, मैं हर महीने स्वयं निरीक्षण करूंगा। यह प्रधानमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है और स्वयं भी इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। श्री बदरीनाथ धाम में बडे पैमाने पर निर्माण कार्य होने हैं और नयी टाउनशिप बननी है, इसके लिए युद्धस्तर पर कार्य चल रहा है और अधिकारियों ने आश्वस्त किया है कि 7-8 महीने में कार्य पूर्ण हो जाएंगे। इस दौरान पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर, जिलाधिकारी हिमांशु खुराना, पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे, बदरीनाथ केदारनाथ समिति के उपाध्यक्ष किशोर पंवार, हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के उपाध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा, एडीएम हेमंत वर्मा, एसडीएम कुमकुम जोशी, इंजीनियर धर्मेश गंगानी, मुख्य अभियन्ता अयाज अहमद सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।