बोले मुख्यमंत्री
- पहले ही जताई थी कोरोना केस बढ़ने की आशंका, इसलिये पहले से ही तैयारी में जुटी थी सरकार
- सरकार हर परिस्थिति से लड़ने व निपटने के लिए तैयार व सक्षम, लेकिन सभी के सहयोग से हारेगा कोरोना
हल्द्वानी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड में विभिन्न प्रांतों से प्रवासियों के आने से कोरोना पॉजेटिव केस बढ़ रहे हैं। ऐसे में सभी लोगों को एहतियात बरतने की जरूरत है। कोरोना संक्रमण के लिहाज से आने वाले 10 दिन काफी अहम होंगे, ऐसे में हम एहतियात बरतने की जरूरत होगी तथा संयम से कार्य करने व रहने का समय है।
आज सोमवार को मुख्यमंत्री ने सर्किट हाउस में अधिकारियों की बैठक लेते हुए ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रांतों से उत्तराखंड के लोगों को लाने का निर्णय उनकी सरकार द्वारा लिया गया है और उनको पहले से ही आशंका थी कि बाहर से लोगों को लाने पर कोरोना केस बढ़ेंगे। इसलिए सरकार पहले से ही तैयारियों में जुटी है। उन्होंने कहा कि सरकार हर परिस्थिति से लड़ने व निपटने के लिए तैयार व सक्षम है। समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह तथा वित्त एवं स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी भी मौजूद थे।
त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि क्वारंटाइन किये गये व्यक्तियों को नियमों का पालन करना चाहिये और जो क्वारंटाइन व्यक्ति नियमों को तोड़ते हैं तो उनसे सख्ती से पालन करवाया जाए। यह संक्रमण का दौर है। सभी को अपनी जिम्मेदारियों को समझना होगा और इस लड़ाई में सहयोग करना, तभी हम कोरोना को फतह कर पायेंगे। उन्होंने कहा जिन लोगों को क्वारंटाइन किया गया है। अगर अगले 10 दिन तक उनकी रिपोर्ट निगेटिव आने के साथ ही उनमें दूसरे लक्षण भी नहीं दिखते है तो ऐसे लोगों को घर भी भेजा जा सकता है। मुख्यमंत्री ने जनपद में कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिये किये जा रहे कार्यों एवं व्यवस्थाओं की जानकारी ली।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सहयोग से आधुनिकतम उपकरणों की व्यवस्था कर रही है। बढ़ते संक्रमण को देखते हुये सुशीला तिवारी चिकित्सालय को और अन्य उपकरणों व संसाधनों की आवश्यकता हो उसकी मांग तत्काल शासन को उपलब्ध करायें ताकि व्यवस्था की जा सके। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग हमारी फ्रंट लाइन वारियर टीम है इसलिए स्वास्थ्य कर्मी सहज व सक्रिय रहकर कार्य करें। मेडिकल वेस्ट का नियमानुसार डिस्पोज किया जाए। उन्होंने इस संक्रमण काल मे आईएमए द्वारा दिये जा रहे सहयोग की सराहना की। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा रात-दिन तत्परता के साथ जो सेवायें दी जा रही है, वे भी प्रशंसनीय है।
उन्होंने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों से कहा कि वह पूरी तत्परता कार्य कुशलता एवं निष्ठा के साथ संक्रमण काल में टीम भावना के साथ दायित्वों का निर्वहन करें। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और सांसद अजय भट्ट ने कहा कि बाहर से आने वाले प्रवासी क्वारंटाइन के नियमों का अनिवार्य रूप से पालन करें, नियम तोड़ने वालों से सख्ती से निपटने के भी निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि सरकार की पहली प्राथमिकता प्रत्येक आम नागरिक को बचाने की है।
मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने बताया कि राज्यभर में अब तक 1.54 लाख लोग आ चुके हैं। जबकि विभिन्न प्रान्तों से उत्तराखण्ड आने के लिए 2.47 लाख लोगों ने पंजीकरण कराया है। विभिन्न प्रान्तों से लोगो का आना बढ रहा है इसलिए आने वाले समय में कोविड केयर चिकित्सालय में पर्याप्त व्यवस्थाओं के साथ ही क्वारंटाइन सेन्टर में भी पर्याप्त व्यवस्थायें रखी जाएं। जिलाधिकारी सविन बंसल ने बताया कि बाहर से आने वाले लोगों का स्वास्थ विभाग द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण करने के उपरान्त ही उन्हें होम अथवा संस्थागत क्वारंटाइन किया जा रहा है। उन्होने जनपद में प्रवासियों के सर्वलांस, स्कैनिंग, स्वास्थ्य परीक्षण एवं क्वारंटाइन व्यवस्था पर नजर रखने हेतु जनपद में 27 आईडीएसपी टीमें, 84 वीआरटी, 126 सीआरटी, 30 आरआरटी की टीमें लगाई गई हैं जो सतत निगरानी कर रही हैं।
बंसल ने बताया कि एसटीएच को कोविड चिकित्सालय बनाया गया है। चिकित्सालय में 337 बैड आईसीयू, 220 बैड कोरोना पॉजेटिव हेतु, 85 आईसोलेशन बैड तथा 35 बैड वेंटिलेटर हेतु बनाये गये है। उन्होंने बताया की कोरोना महामारी के दौरान गम्भीर बीमारी उपचार हेतु 6 प्राइवेट चिकित्सालय भी अधिगृहित किये गये है, जिनमें सरकारी अथवा आयुष्मान दरों पर ही ईलाज किया जा रहा है अभी तक गम्भीर बीमारी से ग्रसित 20 लोगों का ईलाज किया जा चुका है। जनपद में 121 क्वारंटाइन सेंटर शहरीय व ग्रामीण इलाकों में संचालित है। बंसल ने बताया कि अभी तक जनपद मे 20,465 पास जारी किये गये है, विभागीय निर्माण कार्य प्रारम्भ कर दिये गये है। जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों मे 7921 प्रवासी पहुंचे है, जिसमें से 5493 प्रवासी को होम क्वारंटाइन व 2428 को संस्थागत क्वारंटाइन किया गया है। जबकि शहरों मे 6479 प्रवासी विभिन्न प्रांतों से पहुंचे हैं।
बैठक में विधायक नवीन दुम्का, संजीव आर्य, जिला पंचायत अध्यक्ष बेला टोलिया, उपाध्यक्ष आनन्द सिह दरम्वाल, मण्डी परिषद अध्यक्ष गजराज बिष्ट, जिलाध्यक्ष भाजपा प्रदीप बिष्ट, पीआरओ मुख्यमंत्री विजय बिष्ट, दर्जाधारी मंत्री प्रकाश हर्बोला, बहादुर सिह बिष्ट, मेयर डा. जोगेन्द्र पाल सिंह रौतेला, प्रकाश रावत, सभापति मण्डी मनोज साह, रविन्द्र रैकुनी, तरुण बंसल, प्रदीप जनौटी, प्रमोद टोलिया, डीआईजी जगत राम जोशी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मीणा, मुख्य विकास अधिकारी विनीत कुमार, सीएमओ डा. भारती राणा, एमडी केएमवीएम रोहित मीणा, आरएफसी ललित मोहन रयाल, अपर जिलाधिकारी एसएस जंगपागी, केएस टोलिया, प्रधानाचार्य मेडिकल कालेज डा. सीपी भैसोडा, डा. अरुण जोशी, सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह, श्रमायुक्त दीप्ति सिंह आदि मौजूद थे। प्रस्थान से पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिह रावत ने स्टेजिंग एरिया अन्तर्राष्ट्रीय स्टेडियम गौलापार का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।