उत्तराखंड : प्रवासियों के ‘प्रसाद’ ने तोड़ा रिकॉर्ड!

ऐ भाई जरा देख के चलो…

  • आज शनिवार सुबह तक 20 नए पॉजिटिव मामलों की जांच में हुई पुष्टि, प्रदेश में 173 तक पहुंचा आंकड़ा
  • सात चंपावत, तीन अल्मोड़ा, तीन उत्तरकाशी, दो देहरादून, एक हरिद्वार, दो नैनीताल और दो पिथौरागढ़ में मिले
  • आज एम्स ऋषिकेश में मरे कोरोना मरीज की कोरोना से नहीं, एसोफैगस कैंसर से हुई है मौत

देहरादून। उत्तराखंड में आज शनिवार की सुबह कोरोना संक्रमण के 20 मामले सामने आए हैं। नये मिले संक्रमित सभी मरीज प्रवासी बताये गये हैं। इनमें तीन अल्मोड़ा, सात चंपावत, दो देहरादून, एक हरिद्वार, दो नैनीताल, दो पिथौरागढ़ और तीन उत्तरकाशी के हैं।
अपर सचिव स्वास्थ्य युगल किशोर पंत ने बताया कि प्रदेश में 20 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। वहीं आज एम्स ऋषिकेश में हुई एक कोरोना मरीज की मौत के बारे में स्वास्थ्य विभाग ने साफ कर दिया है कि उसकी मौत कोरोना से नहीं हुई है। उक्त मरीज की मौत एसोफैगस कैंसर से हुई है।
यह पहली बार है जब राज्य में एक साथ 20 केस सामने आए हैं। आज शाम तक मरीजों की संख्या बढऩे की आशंका है। इन मामलों के आने के बाद अब राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 173 हो गई है। गौरतलब है कि शुक्रवार को राज्य में सात संक्रमित सामने आए थे। जिनमें तीन देहरादून और दो-दो हरिद्वार व ऊधमसिंह नगर जिले में मिले थे।

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रुड़की के आदर्श नगर निवासी 54 वर्षीय व्यक्ति में आज शनिवार को कोरोना की पुष्टि हुई है। यह मुंबई से हरिद्वार आया था। इनका सैम्पल नारसन बॉर्डर से लिया गया था। हरिद्वार जनपद में अब एक्टिव केस छह हो गए हैं। ये सभी रुड़की क्षेत्र से आए हैं। सभी प्रवासी हैं। इससे पहले सात मामले आए थे जो सभी ठीक हो चुके थे। लेकिन नए मामले आने से लोगों की चिंता बढ़ने लगी है।
कोरोना संक्रमण से अब तक सुरक्षित चंपावत जिले में सात कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए हैं। पॉजिटिव मिले चार युवक मुबंई से 21 मई को आए हैं, जिन्हें पर्यटक आवास गृह टनकपुर में क्वारंटीन किया गया था। जबकि तीन अन्य युवक नोएडा और गुरूग्राम से पहले ही आ गए थे, जिन्हें उन्हीं के क्षेत्र के क्वारंटीन सेंटरों में रखा गया था। 
एसीएमओ डॉ. एचएस हयांकी ने बताया कि मुंबई से लौटे चारों युवक चंपावत व लोहाघाट के रहने वाले हैं। जो रोडवेज की दो बसों से 21 मई को आए थे, उन बसों में 74 लोग सवार थे। जिसमें 10 चंपावत के, 47 पिथौरागढ़ के, एक सितारगंज का, 10 रूद्रपुर के और छह बसों के चालक-परिचालक शामिल थे। जिनकी सूचना संबंधित क्षेत्र के प्रशासन को दे दी गई है। इनके अलावा तीन अन्य संक्रमित युवक बनबसा के रहने वाले हैं, जो करीब पांच दिन पूर्व आए हैं। इनमें एक युवक नोएडा और दो गुरूग्राम से आए हैं। जिन्हें बनबसा में उन्हीं के क्षेत्र के क्वारंटीन सेंटरों में रखा गया है।
डॉ. हयांकी ने बताया कि सभी संक्रमितों को अब टनकपुर व बनबसा से उपचार के लिए एसटीएच हल्द्वानी भेजा जा रहा है। इन सभी संक्रमितों की उम्र 22 से 47 साल के बीच है। उधर देहरादून जिले में कोरोना के मामले बढ़ने पर प्रशासन अन्य बीमारियों से जूझ रहे लोगों के स्वास्थ्य का पता लगाने के लिए घर-घर जाएगा। जिलाधिकारी डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं।
डीएम ने बताया कि जिले में प्रवासियों के आने के बाद कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। जिसे देखते हुए प्रशासन ने एहतियात बरतनी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में अब ब्लड प्रेशर, शुगर, सांस, दिल की बीमारी से पीड़ित लोगों के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं को बचाया जाएगा। ऐसे मरीजों का सर्वे कर डाटा तैयार किया जाएगा। जिससे उन्हें कोरोना संक्रमण से बचाया जा सके।
उन्होंने बताया कि आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर इनका डाटा एकत्र करेंगी। फोन के माध्यम से भी संपर्क कर उनकी तबीयत, डॉक्टर के पास कब गए? अब क्या स्थिति है? कोरोना संक्रमण के कोई लक्षण तो नहीं, जैसे सवाल पूछकर रिपोर्ट तैयार करेंगी। डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि अभी तक क्वारंटीन लोगों की निगरानी की जा रही थी। लेकिन, अब ऐसे लोगों को भी निगरानी की जाएगी, जो बीमार चल रहे हैं। 

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