कांग्रेस ने त्रिवेंद्र को दिया ईमानदार होने का सर्टीफिकेट!

  • पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा, उन्हें यकीन है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत एक ईमानदार व्यक्ति

देहरादून। पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने भ्रष्टाचार को लेकर त्रिवेंद्र सरकार पर जोरदार हमले किए। उन्होंने कहा कि प्रदेश मौजूदा समय में भ्रष्टाचार में आकंठ ड़ूबा है। हालांकि उन्होंने कहा कि उन्हें यकीन है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत एक ईमानदार व्यक्ति हैं।
उन्होंने पेयजल निगम‚ ऊर्जा‚ जमीन आदि में भी घोटाले के आरोप लगाए और कहा कि इससे प्रदेश की छवि खराब हो रही है। प्रदेश सरकार को चाहिए कि एक न्यायिक आयोग गठित कर राज्य गठन से लेकर अब तक के सभी भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कराये। शनिवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में किशोर उपाध्याय ने कहा कह प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना‚ लोक निर्माण आदि के कार्यों में 30 से 40 फीसद भ्रष्टाचार हो रहा है। पीएमजीएसवाई से 60 फीसद पैसा भाजपा कार्यकताओं की जेब में जा रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि घनसाली में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार है। त्रिवेंद्र सरकार करप्शन के प्रति जीरो टॉलरेंस की बात करती है, लेकिन सीएम के आदेश हैं कि बिना विधायक की इजाजत के टेंड़र नहीं खुलेगा। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश के पास करीब 28 से 29 किमी की सड़क गुजरात का एक ठेकेदार 290 करोड़ रुपये की लागत से बना रहा है। यानी एक किमी सड़क दस करोड़ में जबकि वहां जाकर देखिए तो सड़क की हालत बहुत बुरी है। केवल पहाड़ दोनों तरफ से जेसीबी से काटे गए हैं। ऐसी सड़क तो एक करोड़ रुपये प्रति किमी में ही बन जाती। सवाल यह है कि शेष 260 करोड़ रुपये किसकी जेब में जा रहे हैं।
उपाध्याय ने कोरोना को लेकर प्रदेश सरकार पर शुतुरमुर्गी रुख अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आलम यह है कि सामान्य दुकानें तो आठ बजे तक खुल रही है, लेकिन शराब की दुकानें रात 11 बजे तक खोली जा रही हैं। इस संकटकाल में सरकार को कम से कम उद्योगों के कर्ज का ब्याज माफ करना था। किसानों का कर्ज माफ करना था। प्रदेश में 10 लाख पंजीकृत बेरोजगार हैं और पांच लाख बेरोजगार लॉकड़ाउन में नौकरी खोकर लौटे हैं। ऐसे में सूबे में 60 फीसद लोग बेरोजगार हैं। घर लौटे प्रवासी भी निराश होकर खुदकुशी कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी कोई मदद नहीं कर रही॥ राज्य गठन से लेकर अब तक के सभी भ्रष्टाचार के आरोपों की न्यायिक जांच कराई जाए॥
कांग्रेस में गुटबाजी के सवाल पर उपाध्याय ने पत्रकार पर ही सवाल दागते हुए पूछा कि गुटबाजी कहां नहीं होती। क्या आपके संस्थान में नहीं होती। असली सवाल यह होता है कि जब चुनौती सामने होती है तो आप मिलकर लड़ते हैं या नहीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में सभी मिलकर सियासी दुश्मन से लड़ने को लेकर ही विचार व्यक्त करते रहे हैं। आम आदमी पार्टी की प्रदेश की सियासत में पैर जमाने की कोशिश पर उन्होंने कहा कि यह तो संविधान पर भरोसा रखने वाले सभी राजनीतिक दलों का हक है। 

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