यादगार बनी तीन दिन संग रहे योगी और त्रिवेंद्र की अनोखी कैमिस्ट्री!

खुले संभावनाओं के द्वार

  • दोनों मुख्यमंत्रियों ने श्री बदरीनाथ के दर्शन कर की सभी देशवासियों के मंगलमय जीवन की कामना
  • योगी और रावत ने श्री बदरीनाथ में निर्मित होने वाले यूपी के पर्यटक आवास गृह का किया शिलान्यास
  • देश के अंतिम गांव माणा, भीम पुल व सरस्वती पुल का किया भ्रमण, जवानों से मिलकर बढ़ाया हौसला

देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज मंगलवार को भगवान श्री बदरीनाथ के दर्शन एवं पूजा-अर्चना की। दोनों मुख्यमंत्रियों ने मंदिर के गर्भ गृह में भगवान विष्णु की आराधना की तथा सभी देशवासियों की सुख-समृद्धि एवं मंगलमय जीवन की कामना की।

इसके पश्चात योगी और रावत ने श्री बदरीनाथ में निर्मित होने वाले उत्तर प्रदेश के पर्यटक आवास गृह का भूमि पूजन कर शिलान्यास किया।

दोनों मुख्यमंत्रियों ने भारत के अन्तिम गांव माणा, भीम पुल एवं सरस्वती पुल का भ्रमण भी किया। उन्होंने आईटीबीपी, सेना एवं बीआरओ के जवानों से मिलकर उनका हौसला बढ़ाया। जवानों ने गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत करते हुए भारत माता की जयकार के नारे लगाये।
उन्होंने कहा कि हमें अपनी सैन्य परम्परा एवं वीर सैनिकों पर गर्व है, जो भौगोलिक एवं मौसम की विपरीत परिस्थितियों का अदम्य साहस एवं वीरता के साथ सामना कर देश की सीमाओं की रक्षा में हर समय तत्परता से खड़े है।

रावत ने कहा कि पिछले तीन दिनों से योगी जी के साथ श्री केदारनाथ एवं श्री बदरीनाथ जी के दर्शन करने का अवसर मिला। बदरीनाथ में उत्तर प्रदेश विश्रामालय का भूमि पूजन एवं शिलान्यास हुआ। यह एक बड़ी उपलब्धि है। देशभर से लाखों श्रद्धालु एवं पर्यटक यहां आते हैं, इस पर्यटक आवास गृह के निर्माण से श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों के लिए एक और सुविधा उपलब्ध हो जायेगी।

त्रिवेंद्र ने कहा कि योगी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश जैसा विशाल राज्य आज विकास के पथ पर तेजी से अग्रसर है। योगी जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश बने। इसकी भी उन्होंने कामना की। त्रिवेन्द्र ने श्री बदरीनाथ में बर्फ के कारण यातायात एवं अन्य व्यवस्था सुचारू रखने के लिए जनपद चमोली को 01 करोड़ रुपये देने की घोषणा की, ताकि श्रद्धालुओं को यहां आने जाने में कोई कठिनाई न हो।

आदित्यनाथ ने कहा कि आज उन्हें कई वर्षों के बाद भगवान श्री बद्री विशाल के दर्शन करने का सौभाग्य मिला है। उत्तराखण्ड के चारों धाम पर्यटन के विकास एवं श्रद्धालुओं की श्रद्धा व आस्था के सम्मान को ध्यान में रखते हुए वर्तमान की आवश्यकता के अनुरूप विकास की जिन नई ऊंचाईयों को छूते हुए दिखाई दे रहे हैं, वह अत्यंत सराहनीय एवं अभिनंदनीय है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के नेतृत्व में सभी कार्यों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के विकास के लिए किये जा रहे सभी प्रयासों के लिए वे हृदय से उनका अभिनन्दन करते हैं।

आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तराखण्ड और उत्तर प्रदेश के बीच पिछले 18-20 वर्षों से परिसम्पत्तियों के हस्तान्तरण से सम्बन्धित बहुत से विवाद चले आ रहे थे। ये विवाद उत्तराखण्ड के नये राज्य बनने के बाद से ही चल रहे थे। त्रिवेन्द्र ने अपनी रचनात्मक और सकारात्मक पहल से इन सभी समस्याओं का समाधान करने में सफलता प्राप्त की है। इसके परिणामस्वरूप ही हरिद्वार में अलकनन्दा होटल पर उत्तर प्रदेश पर्यटन निगम का कब्जा था।

उन्होंने कहा कि दोनों राज्यों की सरकारो ने आपसी सहमति से तय किया कि अलकनन्दा होटल उत्तराखण्ड सरकार को सौंपेगे और उत्तर प्रदेश सरकार उसी के बगल में एक नया भागीरथी पर्यटन आवास गृह बनायेगी। इस अतिथि गृह का निर्माण लगभग पूर्ण हो चुका है। हरिद्वार कुंभ से पहले इसे जनता को समर्पित किया जायेगा।

योगी ने कहा कि उत्तराखण्ड मेरी जन्म भूमि भी है, मैंने अपना बचपन उत्तराखण्ड में ही बिताया। पिछले तीन दिनों से यहां के तीर्थस्थलों के दर्शन करने का सौभाग्य मिला। यहां पर नया सीजन प्रारम्भ होने पर पर्यटन आवास गृह का कार्य भी प्रारम्भ होगा। हमारा प्रयास है कि एक वर्ष के अन्दर यह कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि अनेक संतों एवं योगियों ने अपनी साधना, योग एवं तप से इस पावन धरती को पवित्र किया है। योगराज सुन्दरनाथ जी की तपस्थली भी श्री बदरीनाथ में है। यहां पर योगराज सुन्दरनाथ जी की गुफा भी है। उन्होंने इच्छा जताई कि उत्तराखण्ड सरकार उनकी गुफा का पुनरूद्धार करे तो बहुत अच्छा कार्य होगा।

योगी और रावत के श्री बदरीनाथ के दर्शन हेतु आगमन पर देवस्थानम बोर्ड के अधिकारियों ने स्वागत किया। इस अवसर पर शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, यूपी के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री स्वतंत्र देव सिंह, अपर मुख्य सचिव गृह अविनाश अवस्थी, जिलाधिकारी चमोली स्वाति एस. भदौरिया, एसपी चमोली यशवंत सिंह चौहान एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

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