आज से श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खुले चारों धाम

  • उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड ने जारी की एसओपी

देहरादून। उत्तराखंड हाईकोर्ट की ओर से चारधाम यात्रा से रोक हटानेआज से श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए खुले चारों धाम के बाद उत्तराखंड शासन के धर्मास्व विभाग द्वारा एसओपी जारी होने के बाद देर शाम उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड ने भी अपनी एसओपी जारी कर दी है। आयुक्त गढ़वाल एवं उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने मानक प्रचालन प्रक्रिया ( एसओपी) जारी करते हुए बताया कि शासन द्वारा जारी एसओपी का पूर्ण अनुपालन किया जायेगा। आज शनिवार से भक्त चारों धामों के दर्शन कर पाएंगे। एसओपी में कई महत्त्वपूर्ण बिंदुओं को शामिल किया गया है। जिसमें कहा गया है कि माननीय उच्च न्यायालय के निर्णय-निर्देश एवं शासन द्वारा जारी एसओपी का अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा। कोरोना बचाव मानको, सामाजिक दूरी, मास्क, सेनिटाइज तथा थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य किया गया है।चारों धामों में से बदरीनाथ धाम में प्रतिदिन 1000, केदारनाथ में 800 गंगोत्री में 600 और यमुनोत्री धाम में 400 श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच सकते है। यानी एक दिन में चारों धामों में 2800 भक्त दशन कर सकते हैं। प्रत्येक तीर्थयात्री को 72 घंटे पहले की कोरोना आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट अथवा कोरोना वैक्सीनेशन के दोनों टीके लगे होने का सर्टिफिकेट जरूरी होगा। तीर्थयात्रियों को 72 घंटे के अंतराल की कोरोना निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य होगी।प्रत्येक तीर्थयात्रियों को पंजीकरण-यात्रा ई -पास हेतु देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट पर अपनी आईडी प्रुफ एवं कोविड निगेटिव रिपोर्ट अथवा वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट अपलोड करना होगा। बच्चों एवं बीमार, एवं अति बृद्ध जो बीमारी से ग्रस्त हैं उन्हें यात्रा हेतु अनुमति नहीं हैं। मंदिर में एक बार में तीन श्रद्धालु ही प्रवेश करेंगे। मंदिर में मूर्तियों को छूना, किसी तरह लेपन, घंटियों को स्पर्श करना की मनाही रहेगी। मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि तीर्थ यात्री देवस्थानमों की पूजाओ में सामाजिक दूरी के साथ शामिल होंगे लेकिन उन्हें मंदिर के गर्भ गृहों में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। किसी भी सहायता एवं मार्गदर्शन हेतु देवस्थानम बोर्ड के अधिकारियों कर्मचारियों से संपर्क किया जा सकता है। देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डाॅ. हरीश गौड़ ने बताया कि अभी भी चारधाम यात्रा हेतु डेढ़ से दो महीने का समय शेष है। चारधाम यात्रा शुरू होते ही तीर्थ यात्री पंच बदरी तथा पंच केदारों में द्वितीय केदार मद्महेश्वर जी, तृतीय केदार तुंगनाथ एवं चतुर्थ केदार रूद्रनाथ यात्रा के लिए भी पहुंचेंगे।

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