रुद्रप्रयाग। बीते सोमवार को तीरथ सरकार ने कोरोना कर्फ्यू को लेकर नई गाइडलाइन जारी करते हुए चारधाम यात्रा शुरू करने का ऐलान किया था। जिसमें कहा गया था कि उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली के लोगों को चारधाम के दर्शनों की छूट दी जाएगी। उन्हें आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट साथ लानी होगी, लेकिन इस फैसले को लेकर सरकार महज कुछ ही घंटों में बैकफुट पर आ गई।
कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने तीन जिलों के लोगों के लिए चारधाम यात्रा शुरू करने की बात कही थी, लेकिन देर शाम जब एसओपी जारी हुई तो इसमें चारधाम यात्रा की इजाजत को लेकर कोई जिक्र नहीं किया गया। लोग कंफ्यूज हो गए, हालांकि बाद में सरकार ने साफ कर दिया कि फिलहाल चारधाम यात्रा बंद रहेगी। राज्य सरकार ने चरणबद्ध तरीके से चारधाम की यात्रा खोलने के अपने निर्णय को वापस ले लिया है।
इस बारे में स्पष्टीकरण देते हुए शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने कहा कि चारधाम यात्रा को लेकर नैनीताल हाईकोर्ट में 16 जून को सुनवाई है, उसके बाद ही राज्य सरकार चारधाम यात्रा चलाने पर विचार करेगी। जबकि बीते कल 14 जून को शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने 3 जिलों के लोगों के लिए चारधाम यात्रा खोलने की बात कही थी। उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली जिले के लोगों को चारधाम यात्रा पर जाने की छूट दी गई थी। फिलहाल यात्रा पर पाबंदी लागू रहेगी। 16 जून को चारधाम यात्रा को लेकर हाईकोर्ट में सुनवाई है। इसके बाद राज्य में चारधाम यात्रा का चरणबद्ध तरीके से संचालन शुरू होने की उम्मीद है।