श्रीनगर। आज शनिवार को प्रदेश के एकमात्र केंद्रीय विवि ने नए शिक्षण सत्र के लिए नई गाइडलाइन जारी की है। इसके अनुसार केंद्रीय गढ़वाल विवि के तीनों परिसरों टिहरी, श्रीनगर और पौड़ी में सीयूईटी सिस्टम के अनुसार ही एडमिशन होंगे। जबकि गढवाल विवि से संबद्ध 99 कॉलेजों को राहत मिली है। इन सभी कॉलेजों में पूर्व की भांति ही छात्रों के एडमिशन होंगे। यहां एडमिशन लेने वाले छात्रों को किसी भी तरह का एंट्रेंस टेस्ट नहीं देना होगा।
इस संबंध में विवि द्वारा आज नई गाइडलाइन जारी कर दी गई है। केंद्र सरकार ने नई शिक्षा नीति के तहत देश के सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों को सीयूईटी के तहत इस शिक्षण सत्र में प्रवेश के लिए एंट्रेंस टेस्ट की अर्हता जारी की थी, लेकिन कई राज्यों ने इस टेस्ट को करवाने में भौगोलिक दिक्कतों का हवाला दिया था। जिसको देखते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने नार्थ ईस्ट के आठ कॉलेजों सहित गढ़वाल विवि से संबद्ध कॉलेजों को राहत देते हुए इस साल इन कॉलेजों को एंट्रेंस टेस्ट से बाहर रहने के निर्देश दिए हैं।
गौरतलब है कि सीयूईटी के तहत अब तक प्रदेश और प्रदेश से बाहर के 1 लाख 80 हजार छात्रों में गढ़वाल विवि में एडमिशन लेने के लिए सीयूईटी का इंट्रेस फॉर्म भरा हुआ है। गढ़वाल विवि के सीयूईटी एग्जाम के नोडल अधिकारी डॉ. अनिल नौटियाल ने कहा गढ़वाल विवि के तीनों परिसरों में सीयूईटी के आधार पर ही एडमिशन होंगे। जबकि संबद्ध महाविद्यालय, कॉलेज पुराने पैटर्न में एडमिशन कर सकते हैं। उनके लिए सिर्फ इस साल राहत दी गयी है। इसको लेकर विवि ने आज नया नोटिफिकेशन जारी कर दिया है।