उत्तरकाशी। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) पेपर लीक केस के मुख्य आरोपियों में शामिल हाकम सिंह के तीन आलीशान भवनों पर आज फिर बुलडोजर चलाया गया है। अब तक पांच भवनों को ध्वस्त कर दिया गया है। ध्वस्तीकरण के लिए प्रशासन ने सभी तैयारियां पहले दिन ही पूरी कर ली थी। उक्त तीनों भवन सरकारी भूमि पर अतिक्रमण कर बनाए गए हैं। प्रशासन ने इन्हें खाली करने के आदेश भी जारी किए थे।
अपर जिलाधिकारी तीर्थपाल ने बताया कि भवन सरकारी भूमि पर बनाए गए थे। खाली करने के आदेश पहले से ही जारी किए गये थे। हालांकि, ग्रामीणों ने इस कार्रवाई का विरोध किया, लेकिन प्रशासन की ओर से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई है। अपर जिलाधिकारी ने कहा कि तीन भवन राजस्व भूमि पर चिन्हित किए गये हैं, जिनको तोड़ने की कार्रवाई की गई है और आगे भी ध्वस्तीकरण की कार्रवाई जारी रहेगी।
इससे पहले बीते 4 अक्तूबर को गोविंद वन्य जीव विहार ने वन विभाग की भूमि पर हाकम सिंह की ओर से बनाए गए दो रिजॉर्ट ध्वस्त किए थे। इसके बाद राजस्व विभाग ने भी सरकारी भूमि पर बने तीन भवनों को खाली करने के आदेश दिए थे जिसकी समायवधि 7 अक्तूबर निर्धारित की गई थी। निर्धारित समयावधि तक भी इन भवनों को खाली नहीं किया गया जिस पर अब प्रशासन ने इन्हें ध्वस्त कर दिया। उत्तरकाशी जिला प्रशासन और वन विभाग की टीम ने पूर्व भाजपा नेता हाकम सिंह रावत की अवैध कब्जे वाली जमीन का नाप जोख और चिन्हीकरण किया। नाप जोख करने पर पता चला कि आलीशान रिजॉर्ट सहित हाकम के तीन भवन राजस्व भूमि पर चिन्हित किए गए हैं। जबकि दो भवन और 130 पेड़ों का सेब का बागीचा गोविंद वन्यजीव विहार राष्ट्रीय उद्यान की भूमि पर चिन्हित किया गया है।