देहरादून। आज मंगलवार को दूसरे दिन विधानसभा सत्र के दौरान कांग्रेस के विधायकों ने किसानों के बकाया भुगतान की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
कांग्रेस विधायक काजी निजामुद्दीन, ममता राकेश, फुरकान अहमद, आदेश चौहान, मनोज रावत, हरीश धामी ने गन्ना लेकर विधानसभा में जाने का प्रयास किया, लेकिन मुख्य गेट पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस दौरान विधायकों और सुरक्षाकर्मियों के बीच नोकझोंक भी हुई।
आज उत्तराखंड (उत्तरप्रदेश भू-राजस्व अधिनियम 1901) (संशोधन) विधेयक, 2020, उत्तराखंड लोक सेवा (आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए आरक्षण) (संशोधन) विधेयक 2020, उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (संशोधन) विधेयक 2020, उत्तराखंड शहीद आश्रित अनुग्रह विधेयक 2020 भी सदन पटल रखे जाएंगे। इन पर कल बुधवार को चर्चा होगी और पारित किए जाएंगे।
इनके अलावा लोकसेवा आयोग, उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग के वार्षिक प्रतिवेदन और लेखा रिपोर्ट आएगी। सार्वजनिक उपक्रम एवं निगम समिति के सभापति 2017-18 की पहली रिपोर्ट सदन के पटल पर रखेंगे। उत्तराखंड विधानसभा सत्र का पहला दिन बेशक शोक संवेदनाओं के सन्नाटे में गुजर गया, लेकिन आज मंगलवार को सदन में हंगामे के पूरे आसार हैं। किसानों, बेरोजगारों, महंगाई और कोविड के मुद्दे पर विपक्ष सत्र शुरू होने से पहले ही नियम 310 की सूचना पर चर्चा की मांग कर सकता है।
चूंकि आज मंगलवार को प्रश्नकाल और शून्यकाल भी होगा, लिहाजा मुद्दे उठाने के लिए विपक्ष के पास भरपूर अवसर होगा। कोरोना संक्रमित होने के कारण मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत बेशक सदन में नहीं होंगे, लेकिन वर्चुअल माध्यम से वह फिर जुड़ सकते हैं। किसान आंदोलन के मुद्दे पर विपक्ष राज्य के किसानों के मुद्दों को उठाने की तैयारी में है। विधानसभा सत्र के दौरान सतपाल महाराज और यशपाल आर्य को उनके विभागों से संबंधित प्रश्नों के जवाब देने हैं।