पौड़ी : तीन किमी दूर संक्रमित का शव ले जाने के एंबुलेंस ने वसूले चार हजार रुपये

  • बेस अस्पताल प्रबंधन ने शव ले जाने के लिए एंबुलेंस की नहीं की व्यवस्था

पौड़ी। यहां समाज कल्याण विभाग में सेवारत एक वरिष्ठ सहायक की कोरोना से मौत हो गई। बेस अस्पताल प्रबंधन ने जहां शव ले जाने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं की तो मजबूरी का फायदा उठाते हुए  एक निजी एंबुलेंस संचालक ने परिजनों से मात्र तीन किमी के चार हजार रुपये वसूले।
गौरतलब है कि समाज कल्याण विभाग में सेवारत एक वरिष्ठ सहायक की रिपोर्ट 20 अप्रैल को पॉजिटिव आई थी। वह होम आइसोलेशन में थे, लेकिन अचानक तबीयत खराब होने के बाद उन्हें 28 अप्रैल को पहले जिला अस्पताल व वहां से रेफर होने के बाद बेस अस्पताल श्रीनगर में भर्ती किया गया। जहां उपचार के दौरान उन्होंने कई बार बेहतर उपचार न मिलने की शिकायत भी की थी।
बीते सोमवार सुबह करीब 8 बजे संक्रमित कर्मचारी ने दम तोड़ दिया। अस्पताल से परिजनों को 11 बजे मृत्यु प्रमाणपत्र तो मिला, लेकिन शव को श्मशान घाट ले जाने के लिए चार घंटे तक कोई एंबुलेंस अस्पताल प्रबंधन की ओर से नहीं दी गई। थक हारकर परिजनों ने बेस अस्पताल की मोर्चरी से ही कर्मचारी द्वारा बताये गए निजी एंबुलेंस संचालक से बात की।
मृतक के परिजन राहुल ने बताया कि उस निजी एंबुलेंस संचालक ने शव को घाट तक पहुंचाने के लिए चार हजार रुपये मांगे। लाचारी में परिजनों को एंबुलेंस संचालक को मुंहमांगे पैसे देने पड़े।
अस्पताल के पीआरओ एंबुलेंस दीनदयाल रावत ने बताया कि एंबुलेंस मोर्चरी में ही खड़ी थी, लेकिन डिस्पोजल टीम लंच पर गई थी। वहीं एसडीएम श्रीनगर रविंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि यह मामला संज्ञान में आया है। मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

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