- यशपाल आर्य के बाद सतपाल महाराज की नाराजगी भी सीधे सीएम धामी से
देहरादून। प्रदेश में विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। ऐसे में भाजपा के भीतर पनप रहा असंतोष थमने का नाम ही नहीं ले रहा। कभी हरक सिंह रावत नाराज हो जाते हैं तो कभी सतपाल महाराज।
सूत्रों के अनुसार भाजपा सरकार में खुद को कभी हैरान तो कभी परेशान पाने वाले और नाराज रहने वाले कैबिनेट मिनिस्टर सतपाल महाराज फिर ‘कोपभवन’ में चले गये हैं। बताया जा रहा है कि उनकी नाराजगी सीधे सीएम धामी से है। चर्चा तो यहां तक है कि महाराज लोनिवि मंत्रालय छोड़ने का मन बना चुके हैं। उनकी यह नाराजगी लोनिवि सचिव को लेकर बताई जाती है। बताया जा रहा है कि सचिव साहब महाराज की जरा भी नहीं सुनते। अपनी मर्जी से ही फैसले लेते हैं। विभागीय अधिकारियों के तबादले में भी मंत्री की सलाह नहीं ली जाती।
महाराज ने इसे लेकर सीएम के सामने नाराजगी व्यक्त की थी। उन्होंने सीएम से गुजारिश की थी कि वे इस सचिव को बदल दें, लेकिन सीएम ने महाराज की बात नहीं मानी। बस इसी बात पर महाराज मुंह फुलाए बैठे हैं। अपना मंत्रालय छोड़ने की धमकी दे रहे हैं। कुछ महीने पहले जब वरिष्ठ नेताओं को खुड्डे लाइन कर
युवा पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बनाया गया था, तब भी महाराज बुरी तरह बिफर गए थे। उन्होंने अपनी नाराजगी खुलकर जाहिर की थी। महाराज की नाराजगी के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। भाजपा के भीतर पनप रहे असंतोष के बीच यशपाल आर्य और उनके पुत्र के कांग्रेस में जाने के बाद पार्टी में दल बदल की सुगबुगाहट तेज होने की खबरें आ रही हैं। ऐसे में महाराज भी कभी कोई बड़ा धमाका कर सकते हैं।