देहरादून। लोक निर्माण विभाग के अनुसार शुक्रवार शाम तक भूस्खलन के कारण प्रदेश में 219 सड़कें बंद थीं। जिन्हें खोलने की कार्रवाई की जा रही है। हालांकि सभी राष्ट्रीय राजमार्ग खुले हैं। लोनिवि की ओर से इन्हें खुला रखने के लिए 141 जेसीबी को लगाया गया है। 11 राज्य मार्ग, पांच जिला मार्ग और कुल 191 ग्रामीण सड़कें मलबा आने के कारण अवरुद्ध हैं। शुक्रवार को 66 सड़कों से मलबा हटाकर उन्हें यातायात के लिए खोला गया। इसके अलावा 153 सड़कों को प्राथमिकता के आधार पर खोलने की कार्रवाई जारी है। राज्य परिचालन केंद्र के अनुसार उत्तरकाशी में लंबगांव-घनसाली- तिलवाड़ा मोटर मार्ग साडा के समीप मलब आने से पिछले कई दिनों से बंद है, जिसके 15 अगस्त तक खुलने की उम्मीद है। फिलहाल डूंडा-संकूर्णाधार मोटर मार्ग को वैकल्पिक मोटर मार्ग के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है। यहां पांच सड़कें बाधित हैं। देहरादून में दो, चमोली में 12, रुद्रप्रयाग में एक और पौड़ी में 33 सड़कें भूस्खलन की चपेट में आकर यातायात के लिए बंद पड़ी हैं। टिहरी में पांच, बागेश्वर में पांच, नैनीताल में चार, अल्मोड़ा में दो और चंपावत में तीन सड़कें बंद हैं। पिथौरागढ़ में तीन बॉर्डर रोड और सात ग्रामीण सड़कें बंद हैं। प्रमुख अभियंता, लोनिवि हरिओम शर्मा ने बताया कि बारिश के मौसम में सर्वाधिक भूस्खलन की घटनाएं होती हैं। इनके कारण बंद होनी वाली सड़कों को प्राथमिकता के आधार पर खोला जा रहा है। लोनिवि के मशीनरी और मजदूर इस काम में लगे हैं।