रुद्रपुर। उत्तर प्रदेश सचिवालय में नौकरी लगवाने के नाम पर 21.29 लाख रुपये का चूना लगाने वाले आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही उसके पास से उत्तर प्रदेश शासन की नंबर प्लेट लगा वाहन भी बरामद किया है। बाद में पुलिस ने आरोपित को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।
दरअसल कुछ समय पहले रुद्रपुर के श्रीपाल सिंह की लखनऊ में सर्वेश यादव से मुलाकात हुई थी। इस दौरान सर्वेश ने खुद को उत्तर प्रदेश सरकार का अनुसचिव बताया और सर्वेश के पुत्र और बहू को सरकारी नौकरी दिलाने के झांसा देकर विश्वास में ले लिया। बाद में आरोपी सर्वेश, उसकी पत्नी शालू वर्मा और श्याम मोहन रुद्रपुर आए और उन्होंने श्री पाल से 21 लाख 29 हजार रुपए ठग लिए थे। जब कुछ समय बाद श्री पाल सिंह को ठगी का अहसास हुआ तो उसने तीनों आरोपियों के खिलाफ ट्रांजिट कैंप थाने में मुकदमा कायम कराया। इधर, पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और फर्जी अनुसचिव सर्वेश को बाराबंकी स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया। पुलिस ने अभियुक्त के घर से एक टाटा सफारी कार भी बरामद की है,जो उसने ठगी की रकम से खरीदी थी।
एसपी सिटी मनोज कुमार कत्याल ने बताया कि जांच में धोखाधड़ी की पुष्टि होने पर थानाध्यक्ष ट्रांजिट कैंप सुंदरम शर्मा की अगुवाई में पुलिस ने आरोपित सर्वेश यादव के घर बाराबंकी उत्तर प्रदेश में दबिश दी। जहां से पुलिस ने सर्वेश को गिरफ्तार कर लिया।