टोक्यो। आज गुरुवार को 57 किग्रा वर्ग में पहलवान रवि दहिया ने टोक्यो ओलंपिक में भारत को दूसरा सिल्वर मेडल दिला दिया है। गोल्ड मेडल मुकाबले में रवि दहिया रूसी पहलवान युगुऐव से कड़े मुकाबले में हार गये।
रवि ने कुश्ती के सेमीफाइनल में कजाकिस्तान के सनायेव नूरीस्लाम को हराकर फाइनल में प्रवेश किया। रवि को ये जीत विक्ट्री बाय फॉल नियम से मिली थी यानी उन्होंने नूरीस्लाम को मुकाबले से ही बाहर कर दिया था। रवि और युगुऐव दोनों इस वक्त शानदार फॉर्म में हैं। दोनों इससे पहले 2019 वर्ल्ड चैंपियनशिप में भिड़ चुके हैं। तब रूसी रेसलर ने भारतीय पहलवान को कड़े मुकाबले में 6-4 से हराया था। रवि को इस चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल मिला था। रवि ने 2020 और 2021 एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था। वहीं 2018 अंडर-23 चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था।
युगुऐव को रूस का बेस्ट रेसलर माना जाता है दूसरी वरीयता प्राप्त युगुऐव 2018 और 2019 वर्ल्ड चैंपियनशिप जीत चुके हैं। वह रूस से आने वाले बेस्ट रेसलर्स में से एक माने जाते हैं। उन्होंने अब तक करियर में 15 इंटरनेशनल कॉम्पिटिशन में 14 मेडल जीते हैं। इसमें से 12 गोल्ड मेडल हैं। हालांकि टोक्यो ओलंपिक में उन्हें कुछ मुश्किल मैचों का सामना करना पड़ा है। सेमीफाइनल में उन्होंने ईरान के रेजा अत्रिनाघारचिनी को आसानी से हराया था।
चौथी वरीयता प्राप्त रवि दहिया ने सेमीफाइनल में कजाकिस्तान के नूरीस्लाम को चित करके मुकाबला जीता। सेमीफाइनल में रवि एक समय 8 पॉइंट से पीछे चल रहे थे। लगा कि वे हार जाएंगे, लेकिन 1 मिनट बाकी रहते रवि ने कजाक पहलवान को चित किया और मुकाबले से ही बाहर कर दिया। उन्हें विक्ट्री बाय फॉल रूल से विजेता करार दिया गया।
रवि ने टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए चौथा मेडल पक्का कर दिया है। उनके अलावा मीराबाई चानू ने वेटलिफ्टिंग में सिल्वर, पीवी सिंधु ने बैडमिंटन में ब्रॉन्ज और लवलिना बोरगोहेन ने बॉक्सिंग में ब्रॉन्ज मेडल जीता है। यह 2012 लंदन ओलंपिक के बाद भारत का दूसरा सबसे सफल ओलंपिक बन गया है। रवि पहलवान सुशील कुमार के बाद कुश्ती के फाइनल में पहुंचने वाले दूसरे भारतीय हैं।
पहलवान सुशील ने भारत के लिए ओलंपिक में लगातार दो मेडल जीतने का रिकॉर्ड बनाया था। सुशील ने 2008 बीजिंग ओलंपिक में ब्रॉन्ज और 2012 लंदन ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीता था। रवि से पहले भारत ने कुश्ती में 5 मेडल जीते हैं। सुशील के अलावा योगेश्वर दत्त ने 2012 में ब्रॉन्ज, साक्षी मलिक ने 2016 रियो ओलंपिक में ब्रॉन्ज जीता था। केडी जाधव भारत के लिए ओलिंपिक रेसलिंग में मेडल जीतने वाले पहले रेसलर थे। उन्होंने 1952 हेलसिंकी ओलंपिक में यह कारनामा किया था।