- कोविड-19 को देखते हुए यात्रियों के लिए बनाई गाइड-लाइन
हरिद्वार। महाकुंभ मेले में गंगा स्नान कर पुण्य अर्जित करने वालों के लिए पहले रजिस्ट्रेशन करना होगा। उसके बाद ही प्रवेश मिलेगा। मेलाधिकारी दीपक रावत की अध्यक्षता में हुई बैठक में निर्णय लयिा कि कोविड-19 को देखते हुए कुम्भ में आने वाले यात्रियों के रजिस्ट्रेशन करना होगा। बैैठक में यह भी तय किया गया कि जो भी कुम्भ यात्री बस या ट्रेन से आयेंगे, उन्हें यात्रा प्रारम्भ करने वाले स्थल पर थर्मल स्क्रीनिंग करानी होगी। फ्री ऑफ कास्ट मास्क उपलब्ध कराने के सम्बन्ध में भी चर्चा हुई तथा तय किया गया कि बिना मास्क के कोई भी घाट पर स्नान नहीं करेगा। साथ ही दुकानदारों को भी कोविड-19 की गाइड लाइन का पालन करना होगा तथा उन्हें ट्रेनिंग भी दी जायेगी।
कोविड-19 के दृष्टिगत अस्पतालों की क्षमता, नये अस्पतालों का सृजन, वर्तमान में कितने बेड उपलब्घ हैं तथा किन-किन क्षेत्रों में होटलों-धर्मशालाओं का अधिग्रहण करना है एवं कितने समय पूर्व व कितने समय बाद तक के लिये बुक-अधिग्रहण करना है, इस सम्बन्ध में भी विस्तृत चर्चा हुई।
अतिक्रमण के सम्बन्ध में विचार-विमर्श के दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि वर्तमान में अतिक्रमण का कोई प्रकरण संज्ञान में नहीं है, अगर कहीं पर अतिक्रमण है, तो उसकी सूची प्रशासन को उपलब्ध करा दी जाये, उसे भी अतिक्रमण मुक्त यथाशीघ्र करा दिया जायेगा।
पार्किंग के सम्बन्ध में आईजी कुम्भ संजय गुंज्याल, ने सप्त ऋषि, आरटीओ चैराहे के पास चिह्नित पार्किंग को 14 जनवरी से पूर्व समतल करने की बात कही। बैठक में कनखल, मायापुर, जगजीतपुर, बैरागी, दक्षदीप, गौरीशंकर, रोड़ीवाला, लालजीवाला, पन्तदीप, भीमगौड़ा, सप्त सरोवर, रानीपुर आदि पार्किंग स्थलों के सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा हुई।
सभी राज्यों को कोविड-19 के दृष्टिगत यात्रियों से भारत सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन का पालन कराने की अपील करने के सम्बन्ध में मेलाधिकारी दीपक रावत ने कहा कि प्रकरण को शासन के संज्ञान में लाया जायेगा।
बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सैंथिल अबुदई कृष्णराज एस., अपर मेलाधिकारी, कुम्भ ललित नारायण मिश्रा एवं रामजी शरण शर्मा, एसपी. सिटी कमलेश उपाध्याय, स्वास्थ्य मेला अधिकारी, सिंचाई, पीडब्ल्यूडी, नगर निगम सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।