टिहरी झील का जल स्तर 829.50 आरएल मीटर पहुंचा

  • झील की क्षमता है 830 आरएल मीटर तक
  • आस्था पथ, टेंट, फुटपाथ तक पहुंचा पानी
  • स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल

टिहरी। टिहरी की झील का जलस्तर 829.50 आरएल मीटर पहुंच गया। जबकि झील की जल स्तर क्षमता 830 आरएल मीटर तक हैं। झील का जल स्तर बढ़ने से लोगों में दहशत का माहौल है। जलस्तर लगातार बढ़ने से कोटी कॉलोनी में पर्यटन विभाग द्वारा बनाये गए आस्था पथ, टेंट, फुटपाथ, पर्यटकों को आने-जाने के रास्ते, यात्री विश्राम शेड, डूब गए हैं। ऐसे में कोटी कॉलोनी के किनारे बोटिंग प्वाइंट पर बोटिंग करने के लिए आ जा रहे पर्यटकों को आने जाने की समस्या से जूझना पड़ रहा है।
टिहरी बांध परियोजना के अधिशासी निदेशक उमेश कुमार सक्सेना ने कहा कि 835 आरएल मीटर के नीचे जलस्तर की जितनी भी संपत्ति है, वह टीएचडीसी की है। 835 आरएल मीटर से नीचे जो भी संपत्ति का निर्माण करता है, उसका जिम्मेदार वही है, जबकि पहले से ही तय है कि टिहरी झील का जलस्तर 830 आरएल मीटर तक देर सबेर भरना तय है। विदित हो कि टिहरी झील से प्रभावित 415 परिवारों के विस्थापन के मामला अभी भी लटका हुआ है। इस संबंध में कुछ दिन पहले बैठक हुई थी। जिसमें भारत सरकार के ऊर्जा मंत्री, कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, ऊर्जा सचिव, टिहरी जिलाधिकारी ईवा आशीष श्रीवास्तव और टीएचडीसी के अधिकारियों शामिल हुए थे। जिसमें बांध प्रभावित 415 परिवारों के विस्थापन पर सहमति बनी और टीएचडीसी ने टिहरी झील को 830 आरएल मीटर भरने की अनुमति मांगी की थी।

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