चयन और प्रोन्नत वेतनमान न मिलने पर समायोजित शिक्षकों में रोष : राजकुमार

  • उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी- शिक्षक संगठन के प्रांतीय उपाध्यक्ष ने इस बाबत सरकार से की उचित कदम उठाने की मांग

थराली से हरेंद्र बिष्ट।

बेसिक से एलटी में समायोजित /पदोन्नत शिक्षकों को चयन एवं प्रोन्नत वेतनमान का लाभ न दिए जाने के कारण समायोजित शिक्षकों में रोष बढ़ने लगा हैं।
आज गुरुवार को उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी- शिक्षक संगठन के प्रांतीय उपाध्यक्ष राज कुमार ने बताया कि बेसिक स्कूलों में वर्षों से सेवा करने के बाद राज्य में 2009 में शिक्षकों को उनके प्रशिक्षण एवं योग्यता को देखते हुए एलटी शिक्षक के रूप में समायोजित किया गया था। तथा वर्ष 2014 में बेसिक से आये शिक्षकों के आदेश में समायोजन शब्द की जगह पदोन्नत लिख़कर एलटी में पदोन्नति कर दिया।
उन्होंने कहा कि विभागीय स्पष्ट नीति के अभाव में समायोजित/पदोन्नत शिक्षकों को उनके द्वारा बेसिक में दी गई सेवाओं का लाभ नहीं दिया जा रहा हैं। बताया की स्थिति यह बनी हुई हैं कि वर्षों से बेसिक स्कूलों में सेवा दे चुके समायोजित/पदोन्नत कई शिक्षक वेतन विसंगति को लेकर उच्च न्यायालय की शरण में भी जा चुके हैं। यही नहीं, एलटी में समायोजित/पदोन्नत शिक्षक उनके साथ के ही बेसिक स्कूलों में कार्यरत अन्य शिक्षकों से चयन/प्रोन्नत वेतनमान में पिछड़ते जा रहे हैं। बेसिक की सेवाओं को न जोड़ने के कारण समायोजन-पदोन्नत शिक्षकों को भारी नुकसान हो रहा हैं।
राज कुमार ने सरकार से बेसिक से एलटी में समायोजित/पदोन्नत किए गए शिक्षकों को बेसिक की सेवाओं का लाभ देते हुए उसी के अनुसार उन्हें चयन, प्रोन्नत वेतनमान का लाभ दिए जाने की मांग की हैं। जिससे उन्हें हो रहे आर्थिक नुक्सान से बचाया जा सके। उन्होंने सरकार से राज्य में पुरानी पेंशन योजना को पुनः लागू किए जाने, शिक्षकों एवं शिक्षणेतर कर्मचारियों को वर्ष में कम से कम एक बार अपने गृह जनपद में आने -जाने के लिए यात्रा अवकाश की पुरानी योजना बहाल किए जाने, शिक्षकों व शिक्षणेतर कर्मचारियों को अटल आयुष्मान गोल्डन कार्ड दिए जाने की मांग की है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here