एम्स में खुला स्पोट्र्स क्लीनिक

  • इंजरी होने पर खिलाड़ियों को मिलेगी इलाज की सुविधा
  • शीघ्र ही ‘स्पोट्र्स इंजरी सेंटर’ खोला जाना प्रस्तावित

ऋषिकेश। उत्तराखंड के युवाओं और खेल प्रतिभाओं के लिए अच्छी खबर है। स्पोर्टस इंजरी के दौरान चोटिल होने वाले खिलाड़ियों व युवाओं के उपचार की सुविधा के लिए अब एम्स ऋषिकेश में स्पोर्ट्स इंजरी क्लीनिक की सुविधा शुरू कर दी गई है। खेल के दौरान चोटिल अथवा गंभीर घायल होने पर खिलाड़ियों को इलाज की सुविधा मिलेगी। अकसर खेलने के दौरान खिलाड़ियों के घुटने, कंधे और कूल्हे के लीगामेंट्स, साकेट से संबंधित चोट लगने पर उन्हें उत्तराखंड में बेहतर इलाज नहीं मिल पाता था। उत्तराखंड में अभी तक स्पोर्ट्स इंजरी के समुचित उपचार के लिए कोई विशेष अस्पताल अथवा क्लीनिक नहीं था। एम्स के निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने बताया कि एम्स में शीघ्र ही ‘स्पोर्ट्स इंजरी सेंटर’ खोला जाना प्रस्तावित है। पहले चरण में स्पोर्ट्स इंजरी क्लीनिक की सुविधा शुरू की गई है। स्पोर्ट्स इंजरी क्लीनिक में मरीजों के उपचार के लिए ट्रामा सर्जरी विभाग, ऑर्थोपेडिक्स विभाग और फिजिकल मेडिकल विभाग के विशेषज्ञ चिकित्सकों की संयुक्त टीम उपलब्ध कराई गई है।
स्पोर्ट्स लिगामेन्ट्स इंजरी के लक्षण
लिगामेन्ट्स इंजरी होने पर एक हड्डी को दूसरी हड्डी से जोड़ने वाले घुटने का जोड़ टूट जाता है। जिससे चलते समय पैरों का बेलेंस बिगड़ना, व्यक्ति का संतुलित होकर न चल पाना, कंधा दर्द करना, सीढ़ी चढ़ने-उतरने में दिक्कत होना, पैरों से लचक कर चलना, हाथ का ठीक तरह से ऊपर न उठना और काम करते हुए हड्डी में दर्द रहना इसके प्रमुख लक्षण हैं।

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