नई दिल्ली: पूर्व उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल (रि.) सरथ चंद कल विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल बलूनी की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हो गए। जनरल सरथ चंद जून 1979 में गढ़वाल राइफल्स में कमिशन हुए थे और पिछले साल 31 मई को भारतीय सेना के उप सेना प्रमुख के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। जनरल बिपिन रावत के सेना प्रमुख (COAS) पद पर पदोन्नत होने के बाद उन्होंने उप सेना प्रमुख (VCOAS) का पद ग्रहण किया था।
मीडिया से बात करते हुए जनरल सरथ चंद ने कहा, “आज के वैश्विक परिदृश्य में, देश को एक मजबूत नेतृत्व की आवश्यकता है। लगभग 38 वर्षों तक देश की सेवा करने के बाद, मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं राजनीति में शामिल होऊंगा, लेकिन मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व से प्रेरित था और इसीलिए भाजपा में शामिल हो रहा हूं”। उन्होंने आगे कहा, “मैं यहां प्रधानमंत्री और पार्टी के साथ आया हूं और बदले में कुछ नहीं चाहता। जितना भारतीय जनता पार्टी ने सैनिकों के लिए किया है, मुझे संदेह है कि इससे पहले किसी ने भी ऐसा किया हो”।
जनरल सरथ चंद को गढ़वाल राइफल्स में कमिशन दिया गया था और उन्होंने अपने सैन्य सेवाकाल में सक्रिय युद्ध नेतृत्व की भूमिका निभाई। उन्होंने गढ़वाल राइफल्स के कर्नल ऑफ द रेजिमेंट के रूप में भी काम किया है। उन्होंने सोमालिया में संयुक्त राष्ट्र मिशन में भी काम किया है। वे राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) और भारतीय सैन्य अकादमी(IMA), देहरादून से पास आउट हुए हैं और उन्होंने वेलिंगटन में रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज, आर्मी वॉर कॉलेज, महू और राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज, नई दिल्ली में भी कोर्स किये हैं।
अपने 38 साल के अपने सैन्य करियर में जनरल सरथ चंद को विशिष्ट सेवा पदक, अति विशिष्ट सेवा पदक, उत्तम युद्ध सेवा पदक और परम विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया है।