पलटवार
- कहा, आम जनता की समस्याएं हल करना राष्ट्रवाद न कि उनकी आवाज को दबाना
- आम चुनाव में रोजगार, शिक्षा, बेरोजगारी और स्वास्थ्य कांग्रेस के लिये बड़े मुद्दे
अमेठी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खुद को ‘अति पिछड़ा’ बताने पर सियासत गरम हो गई है। राजद नेता तेजस्वी यादव द्वारा मोदी को ‘कागजी पिछड़ा’ बताए जाने के बाद अब प्रियंका गांधी ने भी मोदी पर हमला बोला है। प्रियंका ने कहा कि मुझे आज तक नहीं मालूम कि प्रधानमंत्री कौन सी कास्ट के हैं। मेरे ख्याल से विपक्ष ने कभी इस तरीके से बात नहीं की।
प्रियंका ने कहा, ‘जहां तक विपक्ष की बात है तो मैं जानती हूं कि खासतौर पर जो कांग्रेस के नेता हैं, वे सिर्फ विकास से जुड़े मुद्दे उठा रहे हैं। हमने इनके बारे में कभी कोई व्यक्तिगत आलोचना नहीं की।’
राष्ट्रवाद के मुद्दे पर मोदी के चुनावी हमले के बाद प्रियंका ने पलटवार करते हुए कहा कि जनता की समस्याएं हल करना राष्ट्रवाद है और यहां कुछ ऐसे लोग हैं जो आवाज उठाने पर उसे दबा देते हैं। यह न तो लोकतंत्र है और न ही राष्ट्रवाद। उन्होंने कहा कि जनता का आदर करना सबसे बड़ा राष्ट्रवाद है। जनता की समस्याएं हल करना राष्ट्रवाद है।’ उन्होंने कहा कि चुनाव में रोजगार, शिक्षा, बेरोजगारी, स्वास्थ्य कांग्रेस के लिये बड़े मुद्दे हैं।
प्रियंका ने कहा, ‘जिस तरह से वे लोग मीडिया के सामने पैसा, साड़ी और जूते बांटकर चुनाव लड़ रहे हैं, यह गलत है। अमेठी की जनता ने कभी किसी के सामने भीख नहीं मांगी। जब मैं 12 साल की थी, तभी से यहां आ रही हूं। अमेठी और रायबरेली के लोगों में बहुत आत्मसम्मान है।’ गौरतलब है कि बीते शनिवार को मोदी ने अपनी जाति को लेकर कन्नौज में पूरे विपक्ष पर करारा हमला बोला था। उन्होंने विपक्ष पर जाति-धर्म की राजनीति का आरोप लगाया। इस दौरान मोदी ने मायावती के उस बयान पर भी पलटवार किया जिसमें उन्होंने कहा था कि मोदी अपने स्वार्थ के लिए खुद को पिछड़ी जाति का बता रहे हैं। मोदी ने कहा, ‘मेरी जाति तो इतनी छोटी है कि गांव में एक-आधा घर भी नहीं होता है। मैं तो पिछड़े नहीं, अति पिछड़े परिवार में पैदा हुआ हूं। आप मेरे मुंह से बुलवा रही हैं इसलिए बोल रहा हूं। जब मेरा देश पिछड़ा है तो अगड़ा क्या होता है। मुझे तो पूरे देश को अगड़ा बनाना है।’