फूलों की खूबसूरती देख ठगे से रह गये लोग

  • राजभवन में दो दिवसीय फूलों की प्रदर्शनी का राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने किया शुभारंभ

देहरादून। हर वर्ष की भांति बसंतोत्सव के मौके पर राजभवन में दो दिवसीय पुष्प प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य के साथ कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने राजभवन परिसर में दो दिवसीय बसंतोत्सव का शुभारंभ किया। इस मौके पर लोक वाद्ययंत्रों की संगीत लहरियों के बीच राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने रंग बिरंगे गुब्बारे हवा में छोड़कर पुष्प प्रदर्शनी का उदघाटन किया। इस मौके पर राज्यपाल ने राजभवन प्रांगण में सभी पुष्प स्थलों, अन्य कुटीर उद्योग, हस्तशिल्प उत्पादों के स्थलों का अवलोकन किया और पुष्प उत्पादकों व्यवसायियों तथा किसानों का उत्साहवर्धन भी किया। राज्यपाल द्वारा पेंटिंग प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले दिव्यांग बच्चों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। दो दिवसीय प्रदर्शनी का समापन रविवार को अपरान्ह तीन बजे होगा। गौरतलब है कि हर साल राजभवन में बसंतोत्सव के मौके पर दो दिनों तक चलने वाली पुष्प प्रदर्शनी का आयोजन किया जाता है। जिसमें दूसरे दिन आम जन भी बिना किसी रोकटोक के भाग ले सकते हैं। इस प्रदर्शनी में कई दुर्लभ किस्म के फूल भी प्रदर्शित किये गये है। जिन्हें देखने के लिये पुष्प प्रेमियों की भीड़ उमड़ पड़ी। बसंतोत्सव में कट फ्लावर (पारम्परिक) प्रतियोगिता में 494 प्रतिभागी, कट फ्लावर (गैर पारम्परिक) श्रेणी में 99 प्रतिभागी, पाॅटेड प्लान्ट श्रेणी में 24, लूज फ्लावर श्रेणी में 31, पाॅटेड प्लान्ट (गैर पुष्प) श्रेणी में 54, कैक्टस श्रेणी में 27, हैंगिंग पाॅट श्रेणी में 17, ऑन स्पाॅट फोटोग्राफी में 150, फ्रेश पेटल रंगोली में 27 और पोंटिग प्रतियोगिता में 808 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं। 1731 प्रतियोगियों द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग किया गया है। इन प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार दिये जायेगें। इस प्रकार कुल 150 पुरस्कार निर्णायक मण्डल के निर्णय के उपरान्त रविवार को पुरस्कार विजेताओं को प्रदान किये जायेंगे। इस अवसर पर देव संस्कृति विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा योग मुद्राओं पर आधारित मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया गया। गढ़वाल राइफल्स के जवानों ने खुखरी नृत्य का प्रदर्शन किया। आईटीबीपी के जवानों द्वारा जूड़ों-कराटे की कला का प्रदर्शन किया गया। उद्यान निदेशक आरसी श्रीवास्तव ने बताया कि वर्ष 2003 से राजभवन पुष्प प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। उत्तराखण्ड राज्य के गठन से पूर्व प्रदेश में मात्र 150 हेक्टेयर में पुष्प उत्पादन होता था जो वर्तमान में बढ़कर 1533 हेक्टेयर क्षेत्रफल हो गया है।

जिसमें गुलाब, गेंदा, रजनीगंधा के अतिरिक्त कटफ्लावर के रूप में जरबेरा, कारनेशन, ग्लेडियोलस, लीलियम, आर्किड आदि का प्रमुखता से व्यावसायिक उत्पादन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस समय 2539 मैट्रिक टन लूज फ्लावर (गुलाब, गेंदा, रजनीगंधा एवं अन्य) तथा 15.50 करोड़ कटफ्लावर का उत्पादन हो रहा है। कटफ्लावर का उत्पादन के मुख्य रूप से देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर, नैनीताल तथा अल्मोड़ा जनपद हैं। राज्य में लगभग दो सौ करोड़ के फूलों का व्यापार किया जा रहा है। इस दो दिवसीय आयोजन में राज्य के 32 विभागों द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है। जिसमें उद्यान विभाग, शोध संस्थान, कृषि विवि, बोर्ड, निगम प्रमुख है। इस मौके पर स्कूली बच्चों ने पेन्टिंग व फ्रेश पैटल रंगोली प्रतियोगिता में भाग लिया। इसके साथ ही कूड़ा बीनने वाले और दिव्यांग बच्चों ने भी पेन्टिंग प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में आईएमए, आईटीबीपी और पीएससी के बैंड आकर्षण का केन्द्र रहे।

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