प्रियंका ने सुनाई कहानी, कहा— प्रधानमंत्री नहीं, प्रचार मंत्री हैं मोदी
लखीमपुर। प्रियंका गांधी ने लखीमपुर में एक जनसभा के दौरान मोदी सरकार की तुलना ‘कछुआ राजा’ से कर तंज कसा। उन्होंने एक कहानी सुनाते हुए कहा, ‘एक तालाब में कछुओं का राजा रहता था।
एक बार उसने चांद देखा और सोचा यह मुझसे ऊंचा कैसे हो सकता है। राजा ने सभी कछुओं को एक के ऊपर एक खड़ा करवाया और खुद सबसे ऊपर पहुंच गया। राजा को लगा वह चांद से बड़ा हो गया। कुछ देर में नीचे के कछुए की कमर टूटी और सभी गिर पड़े। प्रियंका ने बेरोजगारी और किसानों की समस्याओं को उठाते हुए कहा, मोदी सरकार का जिक्र आते ही उन्हें यह कहानी याद आती है जो वह बच्चों को सुनाती थीं।
इसके साथ ही भाजपा के विकास के दावे पर जोरदार हमला बोलते हुए प्रियंका ने कहा कि विकास का प्रचार टीवी-अखबारों में खूब दिखता है। वह दो माह से यूपी का दौरा कर रही हैं, लेकिन उन्हें विकास कहीं दिखाई नहीं दिया। प्रियंका ने भाजपा के अहंकार पर कछुओं के राजा की कहानी सुनाकर खासी तालियां बटोरीं। उन्होंने प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए उन्हें प्रचार मंत्री कहा।
उन्होंने पार्टी के घोषणा पत्र से लेकर गांव, गरीब, युवाओं, किसानों से जुड़ने की कोशिश की और कहा कि न तो नौजवानों को रोजगार मिला और न ही किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य। प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना की बात कर रहे हैं। यह सम्मान नहीं, बल्कि किसानों का अपमान है। चुनाव आया तो किसान सम्मान के नाम पर पांच सौ रुपये महीने के हिसाब से दिए जा रहे हैं जो 17 रुपये रोज हुआ। किसी घर में पांच-सात लोग हैं तो यह धनराशि दो रुपये रोज पड़ेगी। आप ही बताइए कि रोज दो रुपये देकर अपमान है कि नहीं। जबकि कांग्रेस न्याय योजना लाई है। गरीब परिवार की महिलाओं के खाते में 72 हजार रुपये सालाना आएंगे और किसानों के लिए अलग बजट बनेगा। उन्होंने व्यापार करने वालों को तीन साल तक सभी करों से छूट, 10 लाख को रोजगार, मनरेगा में 150 दिन का काम और नकद मजदूरी, सरकारी अस्पतालों में मुफ्त जांच, 12वीं तक पढ़ाई मुफ्त, न्याय योजना आदि पर खुलकर चर्चा की।