रोहित हत्याकांड : परिवार में ही है हत्यारा!

खून खुद बोलता है

  • हत्या के सबूत मिलने के बाद पुलिस ने रोहित की पत्नी से की पूछताछ
  • पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आई गला दबाने की बात, हत्या का केस दर्ज
  • पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में रोहित की गर्दन पर पांच उंगलियों के निशान मिले 

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे नारायण दत्त तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी (40) की मौत के मामले में शुक्रवार को नया मोड़ आ गया। जिसे सामान्य मौत बताया जा रहा था उसे पुलिस अब हत्या बता रही है। पुलिस ने रोहित के परिजनों से पूछताछ शुरू कर दी है। आज दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने रोहित की पत्नी से पूछताछ की।
इससे पहले पुलिस ने बताया था कि रोहित को हार्ट अटैक नहीं हुआ था, बल्कि उनकी गला, मुंह और नाक दबाकर हत्या की गई। माना जा रहा है कि हत्या से पहले उन्हें शराब में नशीली चीज मिलाकर पिलाई गई और बेहोश होने पर उनकी हत्या की गई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में रोहित की गर्दन पर पांच उंगलियों के निशान मिले हैं। नाक और मुंह को भी भींचा गया। शायद इसलिए कि गला दबाते वक्त उनकी आवाज ना निकले और मौत सुनिश्चित हो सके।
हत्या का शक होने के बाद पुलिस ने घर में लगे पांच सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी देखी थी। एक में सोमवार रात नशे में सीढ़ी चढ़ते रोहित के पैर दिखे, साथ में शराब लेकर जाता नौकर भी है। पुलिस मान रही है कि हत्या करने वाला घर के अंदर का ही कोई व्यक्ति है। कई करीबियों समेत नौकर भी शक के घेरे में हैं। गौरतलब है कि मंगलवार शाम चार बजे डिफेंस कॉलोनी स्थित सी-329 स्थित अपनी कोठी में रोहित संदिग्ध हालत में लेटे मिले थे। अस्पताल लाए जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें पहले से मरा बताया था।
रोहित की मां उज्ज्वला तिवारी ने बेटे की मौत को सामान्य बताया था। उन्होंने यह भी कहा था कि उनका बेटा तनाव में रहता था और वह ही उसे खा गया। वर्ष 2008 में रोहित शेखर ने कोर्ट में दावा किया था कि वह नारायण दत्त तिवारी के बेटे हैं। वर्ष 2011 में एनडी तिवारी को जांच के लिए अपना खून देना पड़ा था। एनडी ने कोर्ट से यह भी मांग की थी कि रिपोर्ट का सार्वजनिक न किया जाए लेकिन कोर्ट ने यह अपील खारिज कर दी। डीएनए रिपोर्ट में यह बात सही निकली और इसके बाद उन्होंने वर्ष 2014 में रोहित शेखर की मां से 89 वर्ष की उम्र में शादी कर ली। कांग्रेस से टिकट न मिलने के बाद रोहित जनवरी 2017 में भाजपा में शामिल हुए थे। एक साल पहले ही उन्होंने अपूर्वा शुक्ला से शादी की थी। मूल रूप से इंदौर की रहने वालीं अपूर्वा अभी सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस करती हैं। अदालत का विवाद खत्म होने के बाद रोहित पिता के साथ ही रहते थे।

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