शराब तस्कराें के दो ‘हरीराम नाई’ लाइन हाजिर, होंगे बर्खास्त!

पथरिया पीर में जहरीली शराबकांड  

  • पुलिस की दबिश देने या अन्य कार्रवाई से पहले तस्करों को सूचना देने का आरोप
  • निलंबित इंस्पेक्टर शिशुपाल नेगी और उप निरीक्षक कुलवंत सिंह को किया बहाल  

देहरादून। पथरिया पीर में जहरीली शराब से आठ लोगों की मौत के मामले में दो पुलिसकर्मियों की शराब तस्कराें से सांठगांठ उजागर हुई है। एसपी की रिपोर्ट पर एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने आरोपी सिपाहियों को लाइन हाजिर करते हुए कार्रवाई के आदेश जारी कर दिए हैं। इसमें बर्खास्तगी भी संभव है।
आरोप है कि दोनों सिपाही शराब तस्करों से मिले हुए थे। वे पुलिस की हर कार्रवाई की सूचना पहले ही इन दोनों तक पहुंचा दे रहे थे। पथरिया पीर शराब कांड के मामले में एसएसपी के आदेश पर एसपी देहात प्रमेंद्र डोभाल की रिपोर्ट में शहर कोतवाल और चौकी प्रभारी को क्लीन चिट के साथ ही दो पुलिसकर्मियों की संलिप्तता उजागर हुई थी।
जांच के दौरान शहर कोतवाली और धारा चौकी के चीता मोबाइल के पुलिसकर्मियों की कॉल डिटेल भी खंगाली गई थी। यह जानने की कोशिश की गई थी कि बिंदाल बस्ती में अवैध शराब बेचने वालों से किसके तार जुड़े हुए हैं। इसमें धारा पुलिस चौकी के दो सिपाही प्रदीप और मोहित शर्मा पकड़ में आए।
एसएसपी ने जांच रिपोर्ट के आधार पर दोनों सिपाहियों को तत्काल लाइन हाजिर करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए हैं। उन्हाेंने बताया कि ये दोनों सिपाही अवैध शराब बेचने वालों के वफादार थे। पुलिस की हर कार्रवाई को वह पहले ही उन्हें बता देते थे, जिसकी वजह से दबिश में भी कामयाबी नहीं मिल रही थी। ऐसे में उनके खिलाफ बड़ी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।  
एसएसपी जोशी ने बताया कि एसपी देहात की जांच रिपोर्ट पथरिया पीर में आठ लोगों की मौत के मामले की विवेचना कर रहे सीओ सदर लोकजीत सिंह को सौंपी गई है, ताकि वह इन तथ्यों को भी अपनी विवेचना में शामिल कर सके। ऐसे में विवेचक उन्हें भी आरोपी बना सकता है।
पथरिया पीर के जहरीली शराब कांड में निलंबित इंस्पेक्टर शिशुपाल नेगी और उप निरीक्षक कुलवंत सिंह बुधवार को बहाल हो गए। एसएसपी ने एसपी देहात की रिपोर्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद नेगी की शहर कोतवाल और सिंह की धारा चौकी प्रभारी पद पर ताजपोशी कर दी है। प्रदेश के इतिहास में यह पहला मौका है, जब निलंबन के एक माह बाद वापस उसी थाने की कमान सौंपी गई है।
गौरतलब है कि पथरिया पीर में 20 सितंबर को जहरीली शराब के सेवन से आठ लोगों की मौत के बाद एसएसपी ने तत्कालीन शहर कोतवाल शिशुपाल नेगी और धारा चौकी प्रभारी कुलवंत सिंह को निलंबित कर दिया था। हालांकि उस समय जोशी ने कहा कि उन पर कोई आरोप नहीं है, लेकिन अवैध शराब में पुलिस संलिप्तता की निष्पक्ष जांच कराने को उन्हें निलंबित किया गया है।
एसपी देहात प्रमेंद्र डोभाल ने मामले की जांच करने के बाद जांच रिपोर्ट में तत्कालीन इंस्पेक्टर शिशुपाल नेगी और चौकी प्रभारी कुलवंत सिंह को क्लीन चिट दे दी है। नेगी और सिंह ने देर शाम अपना कार्यभार ग्रहण किया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here