बिहार में शिक्षा विभाग हुआ अनाथ!

  • भ्रष्टाचार के लगे आरोपों के कारण नीतीश कैबिनेट के शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी का इस्तीफा

पटना। बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बने मंत्रियों को शपथ लिये जुम्मा-जुम्मा आठ दिन भी नहीं हुए हैं कि नई सरकार में शिक्षा मंत्री बने डॉ. मेवालाल चौधरी ने भ्रष्टाचार के लगे आरोपों के कारण आज गुरुवार को पद से इस्तीफा दे दिया है। मेवालाल चौधरी ने गुरुवार को ही अपना पदभार ग्रहण किया था। इसके बाद राजद समेत कई विपक्षी नेताओं ने उनके मंत्री बनने पर सवाल खड़े किये थे।
भ्रष्टाचार के लग रहे आरोपों के बीच नवनियुक्त शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी बुधवार शाम मुख्यमंत्री आवास यानि एक अणे मार्ग पहुंचे थे। इस दौरान उनकी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ करीब आधा घंटे की मुलाकात हुई। इस मुलाकात के बाद से ही ये कयास लगाये जा रहे थे आखिर उनके बीच क्या बात हुई।
इसी बीच आज गुरुवार को मेवालाल ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। मेवालाल पर सबौर विश्वविद्यालय का कुलपति रहते हुए नियुक्ति घोटाले में मामला दर्ज हुआ था। ये केस भागलपुर अदालत में विचाराधीन है और फिलहाल चार्जशीट का इंतजार किया जा रहा है।
गौरतलब है कि मेवालाल 2015 में पहली बार जेडीयू विधायक बने थे जबकि, इससे पहले तक वो शिक्षक के तौर पर सेवा दे रहे थे। उनके कुलपति रहते कृषि विवि में साल 2012 में सहायक प्राध्यापक और जूनियर वैज्ञानिकों की बहाली हुई थी। बताया जाता है कि उस नियुक्ति में धांधली की गई थी। कृषि विवि में नियुक्ति घोटाले का मामला सबौर थाने में 2017 में दर्ज किया गया था। हालांकि इस मामले में उन्होंने कोर्ट से अग्रिम जमानत मिल गई थी और अभी तक कोर्ट में उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल नहीं की गई है।

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