बहुत मुश्किल है मौत को गले लगाना!

    • एकतरफा प्यार में पागल डॉक्टर ने शादी से इनकार करने पर डॉ. गरिमा की जान लेने के बाद खुद मरने के लिये किया कई विकल्पों पर मंथन 

    नई दिल्ली। एकतरफा प्यार में पागल डॉ. चंद्रप्रकाश वर्मा (27) ने शादी से इनकार करने पर रंजीत नगर में डॉ. गरिमा मिश्रा की हत्या तो कर दी परंतु इसके बाद वह पछतावे की आग में जलने लगा और अपनी इस भयानक गलती का एहसास होने पर उसने भी अपनी जान देने की ठान ली। आरोपी डॉक्टर शुक्रवार सुबह जान देने के लिये रुड़की में गंगनहर में कूदने से ऐन पहले पुलिस ने दबोच लिया।
    पुलिस के मुताबिक, आरोपी डॉक्टर को जब पकड़ा गया, वह गंगनगर में कूदकर आत्महत्या करने जा रहा था। अपने एकतरफा प्यार की अनदेखी से आहत होकर उसने गरिमा की जान ली थी। वारदात के बाद चंद्र प्रकाश को गलती का एहसास हुआ और उसने मां और बहन को फोन कर कहा कि बहुत बड़ी गलती हो गई है। मैंने अपनी मोहब्बत का मर्डर कर दिया है और मैं खुद भी जान देने जा रहा हूं। 
    वह बुरी तरह टूट चुका था। फिर आनंद विहार से ऋषिकेश की बस ली। पहले उसने होटल में पंखे से लटक कर जान देने का फैसला किया, लेकिन उसे डर था कि कहीं मौत नहीं हुई और गलती से लकवा मार गया तो जिंदगी खराब हो जाएगी। इसके बाद उसने ट्रांसफार्मर पर चिपकने का प्लान बनाया, लेकिन झटका लगकर बुरी तरह झुलसकर बचने जाने के डर से उसने यह प्लान भी बदल दी। उसे लगता था कि अगर झुलसकर बच गया तो उसकी जिंदगी मौत से भी बदतर हो जाएगी। आखिर में गंगा में छलांग लगाकर मौत को गले लगाना मुफीद लगा तो उसने गंगनहर में कूदकर जान देने का फैसला कर लिया।
    डीसीपी (क्राइम) डॉ. जी रामगोपाल नायक ने बताया कि हमें सूचना मिली थी कि चंद्रप्रकाश उत्तराखंड में देखा गया है। पुलिस टीम शुक्रवार सुबह रुड़की पहुंची तो वह गंग नहर के पुल पर खड़ा होकर लोगों से उसकी गहराई पूछ रहा था, ताकि कूदने के बाद उसकी मौत सुनिश्चित हो सके। इसी दौरान नहर में कूदने से पहले पुलिस ने उसे दबोच लिया। 
    पढ़ाई के बाद चंद्र प्रकाश जॉब करने दिल्ली आ गया। यहां वह करोल बाग के एनसी जोशी अस्पताल में नौकरी करने लगा। यहीं गोरखपुर की रहने वाली डॉ. गरिमा मिश्रा भी जॉब के लिए आ गई। दोनों की मुलाकात हुई। दोनों जूनियर रेजिडेंट थे। चंद्र प्रकाश को लगता था कि वह गरिमा को शादी के लिए राजी कर लेगा लेकिन गरिमा उससे चिढ़ने लगी। उसने पुलिस को बताया कि वह गरिमा के साथ फ्लैट में रहता था और एकतरफा प्यार करने लगा था, लेकिन गरिमा दूरी बनाने लगी थी। गरिमा ने अपने परिजनों से एक बार चंद्र प्रकाश की शिकायत भी की थी। चंद्र प्रकाश को लगा कि शायद अब गरिमा उसकी जिंदगी में नहीं आएगी। इसलिए उसने गरिमा की हत्या कर दी, लेकिन मर्डर के बाद वह डिप्रेशन में आ गया था और गरिमा के बिना सारी दुनिया उसे वीरान लगने लगी थी। 

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