नंदा देवी महोत्सव: मां नंदा-सुनंदा के दर्शन को तड़के चार बजे से जुटे भक्त

नैनीताल। देवभूमि के प्रसिद्ध नंदा देवी महोत्सव में माता के भक्तों ने कदली वृक्ष से मां नंदा सुनंदा की मूर्तियों का निर्माण सोमवार देर रात पूरा कर लिया। आज मंगलवार तड़के मंत्रोच्चार के बीच पूजन और प्राण प्रतिष्ठा के बाद नैना देवी मंदिर परिसर में मां नंदा-सुनंदा की प्रतिमा को भक्तों के दर्शनार्थ रखा गया।

आज तड़के चार बजे से ही नैना देवी मंदिर में माता के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़नी शुरू हो गई। इस दौरान एक व्यक्ति माता को चढ़ाने के लिए एक बकरा लेकर मंदिर की और पहुंचा, लेकिन पुलिस ने उसे रास्ते से ही लौटा दिया। माता के दर्शन के लिए भक्त तीन बजे से ही मंदिर में पहुंचने शुरू हो गए थे। साढ़े चार बजे के बाद भक्तों ने माता के दर्शन कर आशीर्वाद ग्रहण किया। सुबह 7:30 बजे तक मंदिर में भक्तों की लंबी कतार लगी रही।
इस दौरान मंदिर और इसके आसपास का पूरा माहौल नंदा-सुनंदा के जयकारों से गूंजता रहा। मौके पर भारी संख्या में पुलिस के जवान भी तैनात रहे। गौरतलब है कि सोमवार दोपहर 12 बजे से कदली वृक्ष से मां नंदा-सुनंदा की मूर्तियां बनाने का काम शुरू हुआ था। नैना देवी मंदिर के दशावतार भवन में राम सेवक सभा से जुड़े कलाकारों ने चंद्र प्रकाश साह के नेतृत्व में मां नंदा व सुनंदा की मूर्तियों का निर्माण किया। 

मूर्ति निर्माण के कार्य में कुंदन सिंह नेगी, गोधन सिंह, हीरा सिंह नेगी, किशन गुरूरानी, गोविंद सिंह और हरीश पंत जुटे रहे। कलाकारों ने मां नंदा-सुनंदा की मूर्तियों को देवी रूप में भव्य स्वरूप प्रदान किया। मोनिका शाह, आरती संभल, कल्याणी और मेघा बिष्ट ने मां की मूर्तियों को आकर्षक रंग देकर और भव्यता प्रदान की। सागर सोनकर ने मां का वाटिका आसन तैयार किया। जिसके बाद देर रात माता की मूर्तियों को मंडप में विराजमान किया गया।

इस बार नंदा देवी मेले को लेकर व्यवसायी भी काफी उत्साहित है। पिछली बार कोरोना के चलते मेला सादगी से मनाया गया था। दुकानें भी नहीं सजी थीं। इस बार मेले में काफी संख्या में दुकानें सजी हैं। कोरोना संक्रमण का असर कुछ कम होने से लोग भी मेले में शिरकत कर रहे हैं जिससे व्यापारियों को कारोबार अच्छा होने की उम्मीद है।
नंदा देवी मेले में आज 14 सितंबर को रात्रि में देवी पूजन और देवी भोग होगा। 15 सितंबर को प्रात: पूजन, दुर्गा सप्तशती पाठ, हवन, कन्या पूजन, पंच आरती, रात्रि दवी पूजन व देवी भोग होगा। 16 सितंबर को प्रात: पूजन, सुंदरकांड व नंदा चालीसा पाठ, पंच आरती, रात्रि देवी पूजन और देवी भोग का आयोजन किया जाएगा। 17 सितंबर को प्रात: पूजन, देवी पूजन एवं भोग के बाद मूर्ति विसर्जन मां नयना देवी मंदिर परिसर में किया जाएगा।

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