मंगलौर के मदरसों में औचक छापे

  • देवबंद में जैश ए मोहम्मद के दो आतंकी पकड़े जाने के बाद खुफिया विभाग ने अभियान के तहत वहां पढ़ने वाले बाहरी छात्रों और अध्यापकों का किया सत्यापन अभियान

देहरादून। पुलवामा आतंकी हमले के बाद सहारनपुर जनपद के देवबंद से पकड़े गए जैश ए मोहम्मद के दो आतंकियों के बाद उत्तराखंड में अलर्ट जारी कर दिया गया है। डीजी ला एंड आर्डर अशोक कुमार ने स्थानीय पुलिस और अन्य खुफिया एजेंसियों को संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधियों पर खास निगाह रखने और जांच करने के निर्देश दिये हैं। इसी क्रम में मंगलौर में स्थानीय खुफिया विभाग ने शनिवार को मंगलौर, लंढौरा तथा आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित मदरसों में औचक छापा मारा और वहां पढ़ने वाले बाहरी छात्रों एवं अध्यापकों का सत्यापन अभियान चलाया।
इसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए देहरादून में स्थानीय पुलिस, एलआईयू और खु​फिया विभाग की टीमें सक्रिय हो गई हैं और कई संवेदनशील स्थानों पर संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त लोगों की निगहबानी में जुट गई हैं। गौरतलब है कि पुलवामा कांड के बाद देहरादून में कश्मीरी छ़ात्र कैशर राशिद ने आपत्तिजनक मैसेज डालकर घटना पर खुशी जताई थी जिसके बाद स्थानीय लोगों के गुस्से और तोड़फोड़ के चलते स्थिति विस्फोटक हो गई थी। जिसके बाद से पुलिस प्रशासन बेहद सावधानी बरत रहा है।
इसी क्रम में मंगलौर में स्थानीय खुफिया विभाग ने शनिवार को मंगलौर, लंढौरा तथा आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित मदरसों में पढ़ने वाले बाहरी छात्रों एवं अध्यापकों का सत्यापन अभियान चलाया। पुलवामा आतंकी हमले के बाद पुलिस खुफिया एजेंसियां लगातार संदिग्धों पर नजर गड़ाए हुए हैं। इसी के चलते विगत दिवस सहारनपुर के देवबंद से जैश के दो आतंकियों को गिरफ्तार किया गया। देवबंद में हुई कार्रवाई के बाद स्थानीय खुफिया विभाग भी सक्रिय हो उठा है। मंगलौर और देवबंद के बीच मात्र 20 किलोमीटर की दूरी है और देवबंद एक संवेदनशील क्षेत्र के रूप में जाना जाता है।
यही कारण है कि खुफिया विभाग ने मंगलौर तथा आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में औचक छापामारी अभियान अभियान शुरू किया है। खुफिया विभाग की टीम ने मंगलौर नगर सहित झबरेड़ा तथा लंढौरा व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित मदरसों में औचक निरीक्षण कर अभिलेख खंगाले। खुफिया विभाग ऐसे व्यक्तियों की गंभीरतापूर्वक जांच कर रही है जो बाहर से आकर यहां पर रह रहे हैं चाहे वह अध्यापक हो अथवा छात्र।
गौरतलब है कि मंगलौर नगर में अनेक मदरसे संचालित हैं। जिनमें बाहरी छात्र रहकर पठन-पाठन कर कार्य कर रहे हैं। इनमें कश्मीर के रहने वाले भी कुछ छात्र और अध्यापक शामिल है जो क्षेत्र के विभिन्न मदरसों में रह कर या तो पढ़ाई कर रहे हैं या फिर अध्यापन कार्य कर रहे हैं। खुफिया विभाग ने शनिवार को चलाये अभियान में विभिन्न मदरसों में पहुंचकर दस्तावेज खंगाले तथा उन्होंने बाहरी लोगों का गंभीरता पूर्वक सत्यापन किया। उधर कोतवाली पुलिस ने भी सत्यापन अभियान शुरू किया है। पुलिस ने ऐसे बाहरी लोगों का सत्यापन शुरू किया है जो विभिन्न उद्योगों में काम कर रहे हैं तथा यहां पर किराए के मकानों में रह रहे हैं। कोतवाल प्रदीप चौहान ने बताया कि सभी हलका उप निरीक्षकों और बीट अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने अपने क्षेत्र में बाहरी लोगों का संपूर्ण सत्यापन करें। यदि कोई व्यक्ति बिना सत्यापन के रहता पाया जाता है तो उस उद्योग स्वामी अथवा मकान मालिक के खिलाफ पुलिस अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाए। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि यदि कोई संदिग्ध व्यक्ति उनके क्षेत्र में दिखाई देता है तो उसकी सूचना तत्काल पुलिस को दें।

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