लखनऊ। चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद यूपी भाजपा में भगदड़ मची है। एक-एक कर मंत्री और विधायक इस्तीफा दे रहे हैं। आज गुरुवार को दोपहर तक चार और नेताओं ने भाजपा से इस्तीफा दिया। इसमें मंत्री धर्म सिंह सैनी, विधायक मुकेश वर्मा, विनय शाक्य और बाला प्रसाद अवस्थी शामिल हैं। वे सपा कार्यालय पहुंचकर अखिलेश से मुलाकात कर रहे हैं। मुकेश वर्मा शिकोहाबाद से विधायक हैं जबकि विनय शाक्य औरैया की बिधूना सीट से विधायक हैं। बीते दिनों में भाजपा से इस्तीफे देने वाले विधायकों की संख्या 14 तक पहुंच गई है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने इस्तीफे में लिखा था- मंत्री के रूप में विपरीत परिस्थितियों और विचारधारा में रहकर उत्तरदायित्व का निर्वहन किया, लेकिन दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार नौजवानों और व्यापारियों की उपेक्षा के कारण उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं।
दारा सिंह ने योगी को भेजे इस्तीफे में लिखा- मैंने अपनी जिम्मेदारी पूरे मन से निभाई, पर सरकार किसानों, पिछड़ों, वंचितों, बेरोजगारों की उपेक्षा कर रही है। इसके अलावा पिछड़ों और दलितों के आरक्षण को लेकर जो खिलवाड़ हो रहा है, उससे मैं आहत हूं। इसी वजह से मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं।
उधर अवतार सिंह भड़ाना किसान आंदोलन का समर्थन कर रहे थे। वो किसानों की उपेक्षा होने से खुद को आहत बता रहे हैं। उन्हें गुर्जर समुदाय का बड़ा नेता माना जाता है। वह पिछले कुछ समय से समुदाय को एकजुट करने की कोशिशों में जुटे हुए थे।