उत्तराखंड के सुपरस्टार और महान लोक गायकों में से एक पप्पू कार्की आज हमारे बीच नहीं हैं। नौ जून को एक सड़क हादसे में पप्पू कार्की की असमय मौत हो गई थी। उस समय पिता की मौत से अंजान और मोबाइल पर गेम खेलते दक्ष को कुछ ही दिनों में पिता के नहीं होने का अहसास हो गया। लेकिन पप्पू कार्की जी की विरासत अब उनके बेटे दक्ष ने अपने नन्हें कंधों पर संभाल ली है। पिता की राह पर बेटा चल पड़ा है और वो भी वैसा ही कमाल कर रहा है, जैसा पिता करते थे। वो भी उस विरासत को आगे बढ़ा रहा है, जो उसके पिता ने शुरू की थी। हाल ही में दक्ष कार्की ने एक नया गीत ‘उतरैणी कौतिक’ गया है जिसे 4 दिन में ही यू-ट्यूब पर 4 लाख लोग देख चुके हैं। ये पूरे उत्तराखंड का आशीर्वाद है कि जो इतनी कम उम्र में ऐसा कमाल कर दिखाने वाले दक्ष कार्की पहले गायक बने हैं। इससे पहले जून में पिता के निधन के बाद दक्ष कार्की का पहला एलबम ‘सुन ले दगड़िया’ यू-ट्यूब के जरिए लोगों के सामने आया तो मासूम की सधी हुई आवाज और पिता के अंदाज को देखकर हर कोई कायल हो गया। दक्ष का यह गीत सोशल मीडिया पर काफी पसंद किया गया।