काम किसी का और नाम किसी का

  • क्रेडिट लेने की होड़ में प्रदेश के नेता  
  • मीडिया और सोशल मीडिया का लिया जा रहा सहारा

देहरादून: मीडिया में अपने नाम छापने का मोह नेताओं में इस कदर बढ गया है कि उन्हें इस बात से कोई मतलब नहीं कि जिस काम के लिए वो अपने नाम का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं उस काम का असली हकदार कौन है। कोई अखबारों मेें सुर्खियां बटोर रहा है तो कोई सोशल मीडिया में वाइरल हो रहा है। आज तमाम अखबारों में प्रमुखता से टनकपुर से कर्णप्रयाग तक रेललाइन के सर्वे को मंजूरी की खबर छपी है जिसका पूरा क्रेडिट राज्यसभा सांसद और भाजपा के राष्र्टीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी को गया है, लेकिन सोशल मीडिया में भाजपा के ही पूर्व मुख्यमंत्री और नैनीताल के सांसद भगत सिंह कोश्यारी ने भी अपने फेसबुक के आफिशियल एकाउंट से यही खबर पोस्ट की है। जिसमें उन्होनें रेलमंत्री पीयूष गोयल को सौंपे गये पत्र और उस समय की ली गई तस्वीर भी अपलोड की है। जिसमें उनके साथ केंद्रीय राज्य कपड़ा मंत्री अजय टम्टा भी दिखाई दे रहे हैं। हालांकि प्रदेश में नेताओं के क्रेडिट लेने का लगातार होड़ चल रही है, पूर्व में भी इस तरह के मामले सामने आये थे। विशिष्ट बीटीसी शिक्षकों और नैनी-दून जन शताब्दी नयी रेल चलाने के मामले में भी रातनीतिक लाभ लेने की होड़ लगी थी। इन दोनों मामलो को लेकर स्वंय मुख्यमंत्री त्रिवेन्र्द सिंह रावत, शिक्षामंंत्री अरविन्द पांडे के साथ ही प्रदेश के अन्य सभी सांसद अपने स्तर से प्रयास कर रहे थे लेकिन बेहतरीन मीडिया मैनेजमेंट के चलते आखिरी समय में पूरा क्रेडिट सांसद बलूनी झटक ले गये।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here