जम्मू-कश्मीर : उत्तराखंड के लाल समेत दोनों शहीदों के शव मिले, पुंछ मुठभेड़ में अब तक नौ शहीद

पुंछ। जम्मू-कश्मीर के राजोरी-पुंछ जिलों के सीमा क्षेत्र के जंगलों में आतंकियों के खिलाफ जारी ऑपरेशन में सेना के दो और जवान शहीद होने की खबर है। मेंढर तहसील में भाटादूड़ियां के नाड़ खास जंगल से शनिवार शाम को शहीद सूबेदार (जेसीओ) अजय सिंह और लापता जवान नायक हरेंद्र सिंह का शव निकाल लिया गया। सोमवार से अब तक इस ऑपरेशन में दो जेसीओ समेत नौ जवान शहीद हो गए हैं।अब आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन की कमान पैरा कमांडो ने अपने हाथ में ले ली है। सेना की अन्य टुकड़ियां अब बाहरी घेरे में हैं। जंगल के भीतर रुक-रुक कर फायरिंग हो रही है। मुठभेड़ के चलते राजोरी-पुंछ हाईवे पर यातायात बहाल नहीं हो पाया है। 14 अक्टूबर की शाम से हाईवे बंद किया गया है। सैन्य प्रवक्ता ने बताया कि 14 अक्टूबर को आतंकियों से भाटादूड़ियां के नाड़ खास जंगल में आतंकियों के साथ मुठभेड़ हुई थी। सूबेदार अजय सिंह और नायक हरेंद्र सिंह से संपर्क टूट गया था। दोनों की तलाश जारी थी। आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन के बीच शनिवार की शाम को दोनों के शव निकाल लिए गए हैं।सैन्य सूत्रों ने बताया कि दोनों शवों को पैरा कमांडो का दल शनिवार शाम को बाहर निकाले गए, जहां से शव भाटादूड़ियां प्राथमिक चिकित्सा केंद्र पहुंचाए गए हैं। हालांकि जंगल में मौजूद आतंकियों की संख्या कितनी है, इसे लेकर अभी भी स्थिति साफ नहीं हो पाई है। डीआईजी राजोरी-पुंछ रेंज विवेक गुप्ता के अनुसार पूरे इलाके की घेराबंदी की गई है। ऑपरेशन पूरा होते ही राजोरी-पुंछ हाईवे को यातायात के लिए खोल दिया जाएगा। पिछले दो माह से राजौरी-पुंछ के जंगलों में मौजूद आतंकियों से पहली मुठभेड़ चमरेड़ में सोमवार को हुई थी। इसके बाद आतंकियों से पंगेई और फिर मेंढर में भाटादूड़ियां के जंगल में कांटेक्ट हुआ है। उस दुरूह जंगल में आतंकियों की घेराबंदी को अभेद्य बनाए रखने के लिए सेना के ऑपरेशन में लगातार निगरानी की जा रही है। दिन के समय हेलीकॉप्टरों से नजर रखी जा रही है और रात को रोशनी गोले दागे जा रहे हैं। सैन्य सूत्रों ने बताया कि आतंकियों की लोकेशन का मोटे तौर पर पता चल गया है, लेकिन आतंकियों ने कहां आड़ ले रखी है और वे कितने हैं, इसका सटीक अंदाज नहीं लग पाया है। 

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