सुरक्षा बलों की शानदार कामयाबी
- डाउनटाउन में सुरक्षाबलों व आतंकियों में सोमवार रात 2 बजे शुरू हुई थी मुठभेड़
- आतंकियों के फेंके ग्रेनेड ब्लास्ट में दो पुलिस वाले व एक सीआरपीएफ जवान घायल
- सुरक्षाबलों ने उस घर को ब्लास्ट में उड़ा दिया जहां आतंकी जुनैद ने ली थी शरण आतंकी जुनैद के पिता मो. अशरफ सहराई मार्च 2018 में बने थे हुर्रियत प्रमुख
श्रीनगर। आज मंगलवार को यहां डाउनटाउन इलाके में सुरक्षाबलों ने 2 आतंकियों को मार गिराया है। जिनमें से एक अलगाववादी संगठन तहरीक-ए-हुर्रियत के प्रमुख मोहम्मद अशरफ सहराई का बेटा जुनैद भी था। सोमवार रात 2 बजे ऑपरेशन शुरू हुआ था।
जानकारी के मुताबिक घनी आबादी वाले नवाकदल में हिजबुल मुजाहिदीन के 2 आतंकी छिपे थे। 29 साल का जुनैद अपने साथी तारिक अहमद शेख के साथ सोमवार रात यहां फंस गया था। पुलिस को टेक्निकल इंटेलिजेंस से उसकी मौजूदगी को लेकर पुख्ता जानकारी मिली थी।
इसके बाद सोमवार रात 2 बजे पुलिस ने घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन चलाया। एक घंटे बाद छिपे हुए आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर ग्रेनेड फेंका। जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। ग्रेनेड ब्लास्ट में दो पुलिसवाले और एक सीआरपीएफ जवान घायल हुए हैं। बाद में सुरक्षाबलों ने उस घर में ब्लास्ट कर उड़ा दिया जहां जुनैद छिपा था।
गौरतलब है कि मार्च 2018 में आतंकी जुनैद के पिता मोहम्मद अशरफ ने हुर्रियत प्रमुख सैयद अली शाह गिलानी की जगह ली थी। इसी के बाद जुनैद हिजबुल मुजाहिद्दीन में शामिल हुआ था। वर्ष 2018 में ही वह जुमे की नमाज के बाद श्रीनगर में अपने घर बागात इलाके से गायब हो गया था। इसके बाद उसकी बंदूक पकड़े तस्वीरें सोशल मीडिया पर नजर आई थीं।
उसके परिवार ने मार्च 2018 में उसके गायब होने की शिकायत पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई थी। हालांकि उसे लौटने के लिए परिवार ने कोई अपील नहीं की। सहराई का परिवार भारत पाक सीमा से सटे कुपवाड़ा जिले का रहने वाला है और 1990 में श्रीनगर चला आया था।
दो साल बाद श्रीनगर में इस तरह की मुठभेड़ हुई है। इससे पहले करन नगर में अक्टूबर 2018 में एक एनकाउंटर हुआ था। जिसमें लश्कर कमांडर मेहराजउद्दीन बांगरू को मार गिराया था। हालात पर काबू रखने के लिए श्रीनगर में बीएसएनएल के अलावा सभी फोन और मोबाइल इंटरनेट बंद कर दिए गए हैं। अभी दो हफ्ते पहले 6 मई को ही सुरक्षाबलों ने पुलवामा में हिजबुल के कश्मीर कमांडर रियाज नायकू को मार गिराया था। जुनैद सहराई नायकू के बाद बने नए कमांडर डॉ. सैफुल्लाह का डिप्टी चीफ था।
इससे पहले रविवार यानी 16 मई की रात सुरक्षाबलों को डोडा के खोत्रा गांव में ताहिर के होने की सूचना मिली थी। जनवरी में हिजबुल आतंकी हारून के मारे जाने के बाद से यहां की आतंकी गतिविधियां ताहिर ही संचालित कर रहा था। रविवार सुबह सात बजे के करीब एक घर के अंदर छिपे आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी थी। इसके बाद 5 घंटे चली मुठभेड़ में ताहिर मारा गया था।