देहरादून। “कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों”….इस कहावत को चरितार्थ कर दिखाया है उत्तराखंड के मनोज सरकार ने। कभी हार ना मानने वाले अपने जज्बे से उत्तराखंड के लाल अर्जुन एवार्डी मनोज सरकार ने एक और गोल्ड भारत के नाम किया। युगांडा में अंतराष्ट्रीय पैरा बैडमिंटन में उनके साथ ही कुल 16 खिलाड़ियों ने गोल्ड मेडल 14 खिलाड़ियों ने सिल्वर व 17 खिलाड़ियों ने कांस्य पदक जीतकर देश सिर गर्व से ऊंचा कर दिया। बता दें कि रुद्रपुर के मनोज सरकार ने पुरुष एकल के एसएल3 कैटेगरी में स्वर्ण पदक जीता।
मनोज उत्तराखंड के ऊधमसिंहनगर जिले के रुद्रपुर के रहने वाले हैं। उन्हें अर्जुन अवॉर्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है। मनोज सरकार जब महज एक साल के थे तब गलत इलाज की वजह से उनका एक पैर खराब हो गया। मनोज जब बड़े हुए तो पैर खराब होने के कारण घर वाले उन्हें खेलने नहीं देते थे। रैकेट खरीदने के पैसे नहीं थे तो छोटी सी उम्र में दूसरों के घरों में पेंट करने, पीओपी का काम और दूसरे के खेतों में मटर तोड़ने का काम करने लगे थे। इन हालातों में भी जब मनोज ने खेलना शुरू किया तो आगे बढ़ते ही गए। उनकी सफलता से न सिर्फ उत्तराखंड बल्कि पूरा देश गौरान्वित है।
युगांडा में भारतीय टीमों के साथ गए कोच गौरव खन्ना ने बताया कि पैरा बैडमिंटन इंटरनेशनल प्रतियोगिता में प्रतियोगिताओं में खिलाड़ियों ने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया है। जिसमें कड़े मुकाबले में हुई प्रतियोगिताओं में देश के लिए गोल्ड, सिल्वर व कांस्य पदक झटके हैं। इसमें ओलंपिक में कांस्य पदक विेजता व अर्जुन एवार्डी रुद्रपुर के मनोज सरकार ने गोल्ड मेडल प्राप्त किया है। कोच ने बताया कि प्रतियोगिता में पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी पलक कोहली, अबू हुबैदा, अम्मू मोहन क्रमश: दो गोल्ड व एक सिल्वर मेडल जीतने में कामयाबी हासिल की है। कोच ने बताया कि यह पहली बार ऐसा हुआ है कि इतनी बड़ी संख्या में खिलाड़ियों ने विदेश में मेडलों की बारिश की है। यह उनके बेहतर अनुशानस, व्यवहार व खेल के प्रति समर्पण के कारण संभव हो सका है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में जो भी प्रतियोगिताएं होंगी उनमें भी टीम बेहतर प्रदर्शन करेगी। कोच ने कहा कि जीत के साथ टीम स्वदेश वापस लौट रही है।