इमरान की फिसल रही जुबान, खूब हो रही किरकिरी!

सच बयानी पर बवाल

  • ईरान के राष्‍ट्रपति के राष्‍ट्रपति हसन रुहानी से मुलाकात में बड़ी ही बेबाकी से कबूला सच कहा, पूर्व में पाकिस्‍तान की धरती से कराये गये ईरान में आतंकी हमले
  • प्रधानमंत्री के आतंकियों से जुड़े कुबूलनामे से पाकिस्ता‍न में आया है तूफान

पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की फिसल रही जुबान उनके लिये मुसीबत बनती जा रही है। उनके विवादित बयान पाकिस्तान के राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बने हुए हैं। नेशनल असेंबली में भी उनके नाम पर खिल्‍ली उड़ाई जा रही है। 
पिछले दिनों इमरान खान ने ईरान के राष्‍ट्रपति के राष्‍ट्रपति हसन रुहानी से मुलाकात के दौरान आपसी मुद्दों पर चर्चा के साथ-साथ आतंकवाद पर भी चर्चा हुई। जिसमें इमरान ?खान ने बड़ी ही बेबाकी से पाकिस्तान की सरजमीं को आतंकवादियों की पनाहगाह बताते हुए एक कटु सच को कुबूल किया। उन्‍होंने राष्‍ट्रपति रुहानी के समक्ष कहा कि पूर्व में पाकिस्‍तान की धरती का उपयोग ईरान में आतंकी हमले करवाने में होता रहा है। इसको लेकर नेशनल असेंबली में इमरान के नाम पर हायतौबा हो रही है। पूर्व विदेश मंत्री हिना रब्‍बानी खार समेत कई अन्य नेताओं का कहना है कि देश के किसी प्रधानमंत्री द्वारा  दूसरे देश के राष्‍ट्रपति के समक्ष इस तरह का गैर जिम्‍मेदाराना बयान दिया जाना शर्मनाक है। इस बयान से देश का सिर शर्म से झुक गया है।
इससे पहले इमरान ने जर्मनी और जापान को करीबी मुल्‍क बताते हुए उनकी सीमाएं आपस में मिले होने का जो बयान दिया, उस पर उनकी सदन में खूब खिल्‍ली उड़ाई गई। नेशनल असेंबली के कई सदस्‍यों ने कहा कि इमरान  को न तो दुनिया का भूगोल पता है और न ही इतिहास। और अब पाकिस्‍तान पीपु‍ल्‍स पार्टी के प्रमुख बिलावल भुट्टो को उन्‍होंने एक संबोधन में बिलावल को साहिबा कह डाला।फ इसके बाद नेताओं ने जमकर इमरान की खिंचाई शुरू कर दी। कई नेताओं ने इसको आपत्तिजनक बयान बताया है। इमरान ने यह बयान दक्षिण वजीरिस्तान में एक रैली में दिया था। उन्होंने कहा था कि वह राजनीति में कड़ा संघर्ष करके यहां तक पहुंचे हैं, न कि बिलावल साहिबा की तरह जो पूर्व प्रधानमंत्री के बेटे होने के चलते यहां आये हैं। इसको लेकर ट्विटर पर इमरान को काफी कुछ कहा जा रहा है। एक यूजर ने यहां तक लिखा है कि अब इमरान को जेंडर का फर्क भी सीखना होगा।
पिछले दिनों उन्‍होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर भी एक बड़ा बयान दिया था। उन्‍होंने कहा था कि मोदी ही दोनों देशों के बीच के वि‍वादित मुद्दों को सुलझा सकते हैं। इसलिये भारत में दोबारा उनकी ही सरकार बननी चाहिए। उनके इस बयान पर भी सदन में काफी हो-हल्‍ला हुआ था। उस वक्‍त इमरान खान देश के कट्टरवादी नेताओं के निशाने पर आ गए थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here