
देहरादून। हरिद्वार में बाढ़ और आपदा से प्रभावित किसानों को उचित मुआवजे की मांग को लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है। हरदा ट्रैक्टर में सवार होकर धरना स्थल पहुंचे। इस दौरान उनके समर्थकों की भी भारी भीड़ जुट गई।
हरीश रावत और उनके साथ मौजूद किसानों को पुलिस ने हाथीबड़कला में बैरिकेड्स लगाकर रोक दिया। पुलिस के जरिए रोके जाने के बाद लोग वहीं धरने पर बैठ गए। किसानों का आरोप है कि बाढ़ और आपदा के चलते उनकी गन्ने की फसल के साथ ही अन्य फसलें भी खराब हो गईं लेकिन सरकार ने कोई सुध नहीं ली। किसानों का आरोप है कि सरकार ने उनके लिए जो मुआवजा तय किया है वो बेहद कम है। किसान गन्ने का समर्थन मूल्य बढ़ाने की भी मांग कर रहें हैं। किसानों का आरोप है कि हरिद्वार और आसपास के इलाकों में आई भारी बारिश ने उनकी फसलों को खासा नुकसान पहुंचाया है। अधिक पानी के चलते उनकी गन्ने की फसल पूरी तरह खराब हो गई।
वहीं इस दौरान हरीश रावत ने भी सरकार पर किसानों की अनदेखी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार को हरिद्वार के किसानों के नुकसान की भरपाई करनी चाहिए। इसके साथ ही उनके फसली ऋण माफ करने चाहिए। इस प्रदर्शन के दौरान हरीश रावत टैक्ट्रर पर सड़े हुए गन्ने लेकर भी पहुंचे। हरीश रावत ने ये गन्ने बैरिकेड्स के पास ही सड़क पर उतरवाए।