हरिद्वार दुष्कर्म-हत्या केस : नेपाल भागने की फिराक में था राजीव, लेकिन…

हरिद्वार। यहां ऋषिकुल में मासूम से दुष्कर्म और हत्या के दूसरे आरोपी राजीव कुमार को पुलिस ने सुल्तानपुर के पास से आज रविवार सुबह करीब नौ बजे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार आरोपी नेपाल भागने की फिराक में था। इससे पहले शनिवार को आरोपी के छोटे भाई गौरव कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। 
आरोपी के भाई से मिली जानकारी के आधार पर सीओ मंगलौर अभय प्रताप सिंह के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने राजीव को दबोच लिया। आरोपी को अब हरिद्वार लाया जा रहा है। घटना के मुख्य आरोपी को पहले दिन ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। 
गौरतलब है कि 20 दिसंबर को 11 वर्षीया बच्ची का अपहरण कर दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी। बच्ची का शव आरोपी राजीव के घर से बरामद किया था। बच्ची के पिता की तहरीर पर पुलिस ने राजीव और उसके भांजे के खिलाफ अपहरण, सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज किया था।
पुलिस ने राजीव कुमार और उसके भांजे रामतीरथ यादव के खिलाफ अपहरण, दुष्कर्म, हत्या और पोस्को एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर रामतीरथ यादव को दबोच लिया था। जबकि राजीव कुमार फरार हो गया था। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने आरोपी राजीव की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
इससे पहले शनिवार को ऋषिकुल क्षेत्र में मासूम बच्ची से दरिंदगी में वांछित राजीव कुमार के सगे छोटे भाई गौरव उर्फ गंभीर यादव को गिरफ्तार कर लिया है। गौरव वांछित राजीव के लिए पैसों एवं अन्य संसाधनों का इंतजाम करने हरिद्वार आया था। वांछित आरोपी की गिरफ्तार के लिए डीआईजी नीरू गर्ग हरिद्वार में डेरा डालकर मामले की मानीटरिंग कर रही हैं। एएसपी बिशाखा अशोक भड़ाने ने बताया कि गौरव घटना के बाद से फरार चल रहा था। 
उधर डीआईजी नीरू गर्ग ने बताया कि गौरव की गिरफ्तारी से पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं। फरार आरोपी राजीव को आश्रय देने वालों को भी चिह्नित किया जा रहा है। कुर्की वारंट न्यायालय से प्राप्त हो गया है। 
डीजीपी अशोक कुमार ने शनिवार को डीआईजी नीरू गर्ग और एसएसपी हरिद्वार सेंथिल अबुदेई के साथ दुष्कर्म कांड की समीक्षा की। उन्होंने इस मामले की विवेचना और फिर कोर्ट में ट्रायल के दौरान भी डे टू डे निगरानी करने की बात कही। डीजीपी ने परिजनों को भी आश्वासन दिया कि जल्द ही दूसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।  डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि डीआईजी से बात की गई है। मामले की डे-टू-डे मॉनिट्रिंग करनी है। कोर्ट में ट्रॉयल के दौरान भी हर रोज निगरानी करनी है। जघन्य अपराध है लिहाजा फांसी की सजा का भी प्रावधान है। प्रयास रहेगा कि सख्त से सख्त सजा हो सके। 

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