देहरादून। कोरोना काल में चैपट हुए पर्यटन व्यवसाय के जख्मों पर मरहम लगाने के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। अब पर्यटन व्यवसासियों को ऋण का ब्याज नहीं देना पड़ेगा। मूल राशि पर लगने वाले ब्याज का चुकता खुद सरकार करेगी। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि पर्यटन विभाग की वीर चंद्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना और दीनदयाल होमस्टे योजनाओं में जिन लोगों ने ऋण लिया है। उनके ऋण पर सरकार पहली तिमाही अप्रैल से जून के लिए मूल राशि पर लगने वाले ब्याज की प्रति पूर्ति करेगी। साथ ही नई बसों की खरीद को 50 प्रतिशत सब्सिडी 15 लाख तक का लाभ दिया जा रहा है। होमस्टे योजना में पहाड़ी क्षेत्रों के लिए 33 तथा मैदानी क्षेत्रों के लिए 25 प्रतिशत की सब्सिडी दी जा रही है।